मुझे पता चला कि वर्ल्ड ट्रेड सेंटर से एक विमान टकराया है जब कि एक टेलीविजन कार्यक्रम निर्माता ने तत्काल इस विषय पर अपने विचार रखने के लिये आमन्त्रित किया। इसके बाद से ही इसको लेकर भीड लग गयी है और इसने मेरे जीवन को सबसे अधिक व्यस्त बना दिया है।
संक्षेप में आँकडे स्वयं ही अपनी कहानी कहते हैं , पिछले एक वर्ष में मेरे खाते में एक पुस्तक, आठ लम्बे लेख, 80 संक्षिप्त लेख , 110 बार टेलीविजन पर प्रस्तुति, 120 बार व्यक्तिगत रूप से प्रस्तुत होकर व्याख्यान ,360 बार मीडिया में मेरे नाम का उल्लेख ( जितना कि मैं जान पाया हूँ) तथा कुल 450 रेडियो साक्षात्कार आये हैं। मेरी वेबसाइट पर आने वाले लोगों की संख्या जो कि 11 सितम्बर 2001 से पूर्व 300 प्रतिदिन थी वह इस घटना के बाद बढकर 2,000 हो गयी । ईमेल के द्वारा मेरे लेख प्राप्त करने वालों की संख्या इस घटना से पूर्व 2,000 थी जो कि बढकर 14,000 हो गयी।
कहीं न कहीं इस वृद्धि का कारण आतंकवाद, इस्लाम, इराक, अरब इजरायल संघर्ष और सउदी अरब का समाचारों में हावी होना रहा है और इनमें मेरी विशेषज्ञता है। कहीं न कहीं इससे यह भी सिद्ध होता है कि मैंने 11 सितम्बर से पूर्व ही उस खतरे को भाँप लिया था जो उग्रवादी इस्लाम के रूप में अमेरिका की ओर बढ रहा था।
अपने मीडिया वर्ष से कुछ अंतरदृष्टि मैंने एकत्र की है:
- अपनी प्रतिष्ठा के गिरने की चिंता न करें आप विजयी नहीं हो सकते। 11 सितम्बर 2001 से पूर्व मेरी प्रतिष्ठा की अवहेलना की गयी ( एक उदाहरण यहाँ here)। इसे स्वीकार करने में कोई परहेज नहीं है कि यह एक अच्छी कहानी है कि एक आवाज जो अलग थलग रही, एक पैगम्बर को नहीं सुना गया परन्तु यह सत्य हुआ। यह सही है कि 11सितम्बर के पश्चात मेरा मीडिया प्रोफाइल कई गुना बढ गया परंतु यह भी सत्य है कि इससे पूर्व भी मैं एक थिंक टैंक चला रहा था , साप्ताहिक स्तम्भ लिख रहा था , नियमित रूप से टेलीविजन और रेडियो पर आता था और देश भर में व्याख्यान देता था। परंतु यह सभी कुछ स्मरण में चला गया है और इस अवधारणा को समाप्त करने के लिये मैं कुछ नहीं कर सकता कि मेरा जीवन तब आरम्भ हुआ जब विमान टकराया।
- गोर विडाल के इस सुझाव को आधा ही मानें जिसमें वे कहते हैं " कि यौन सम्बंध बनाने और टेलीविजन पर प्रस्तुत होने के अवसर को कभी हाथ से न जाने दें" । टेलीविजन पर नियमित रूप से जाने से व्यक्ति के जीवनस्तर में सुधार होता है । क्योंकि इससे दर्शक किसी के चेहरे, आवाज , व्यवहार के तरीके , व्यक्तित्व को जान पाते हैं आपके नाम से लोग आपको सडक पर पुकारते हैं , रात्रिकालीन पार्टियों में आपको अधिक सम्मान मिलता है और बडे व्याख्यान के लिये आपको मानदेय भी मिलता है।
- विविध टेलीविजन सुझाव: पूरे समय आपको मुस्कुराना होगा क्योंकि आपको नहीं पता कि किस समय कार्यक्रम निर्माता आपको सीधे प्रसारण पर ले आये। प्रस्तोता के साथ आमने सामने की बहस का प्रयास करना चाहिये जिसमें कि वास्तव में बहस होती है ( मुझे पैट बुचानन के साथ इसका अवसर प्राप्त हुआ) , जब कार्यक्रम निर्माता आपको आपके प्रमुख प्रतिद्वंद्वी के विरुद्ध आमने सामने की बहस के लिये निमंत्रित करे तो दो बार सोचें और यदि इसे स्वीकार करें तो इसके बाद स्नान कर लें।
- यदि आप विनम्र और समझदार बहस चाहते हैं तो अरब इजरायल संघर्ष और इस्लाम के अतिरिक्त अन्य किसी क्षेत्र को चुनें, टेलीविजन पर मेरे विषय पर बहस करिये और शीघ्र ही आपको पता चलेगा कि आपको हुसैन इबिस जैसे असभ्य और इस्लामवादी प्रवक्ता इब्राहिम हूपर और सराह एल्तानतवी से बहस करनी होगी।
- तथ्यों और विचार के प्रति सावधान रहें। जाने से पूर्व मैंने यह सुनिश्चित किया कि मेरे बयान हर प्रकार से उचित हों। सावधान रहना उतना सरल नहीं है जितना यह सुनने में लगता है, यदि विरोधी अच्छा वक्ता है तो अधिक ऊँचे उडने की ललक होती है न कि शांत रहने की। एक उदाहरण है, सितम्बर के आत्मघाती अपहरण के मामले में ओसामा बिन लादेन को उत्तरदायी ठहराने को लेकर सार्वजनिक रूप से मैं कुछ सुस्त था क्योंकि मैं इस आरोप से बचना चाहता था कि उस त्रासदी का उत्तरदायी मुसलमानों को ठहराया जाये जिससे कि कहीं बाद में वे बरी हो जायें।
- स्वयं को बार बार दुहरायें और इसकी चिंता ना करें कि कोई आपको देख रहा है। 3 दिसम्बर को मैंने वाल स्ट्रीट जर्नल के यूरोप संस्करण में अरब इजरायल संघर्ष को लेकर लेख भेजा और एक प्रयोग के तौर पर 18 जनवरी को इसी में कुछ हेर फेर कर इसी को वाल स्ट्रीट जर्नल के अमेरिकी संस्करण को फिर से भेजा। मुझे आश्चर्य हुआ कि एक भी व्यक्ति ने इसकी ओर संकेत नहीं किया कि यह नकल है।
- ईमेल में डूब जाने से बचें। आमतौर पर सामान्य रूप से मैं 80 नोट का उत्तर देता हूँ और व्यस्त दिन में यह 120 तक पहुँच जाता है। यह अच्छी बात है कि सभी महाद्वीपों तक नेटवर्क फैला हो परन्तु इसमें अपना व्यक्तिगत जीवन डूब जाने का भी खतरा है।
- प्रश्नों और रिपोर्टर की अंतरदृष्टि पर अधिक ध्यान दें। इसी के साथ आपके पाठक और श्रोता सदस्य , ईमेल भेजने वाले कुछ नये विचारों या मुद्दों की ओर आपका ध्यान खींच सकते हैं। मैंने ऐसी टिप्पणियों का उत्तर देते हुए अनेक लेख लिखे हैं अभी पिछले सप्ताह ही गिर रहे टेम्पल माउंट के खतरे पर लेख लिखा है जिसकी ओर जेरूसलम के एक नागरिक ने ध्यान आकर्षित किया था कि इस विषय पर अमेरिका में अधिक चर्चा होनी चाहिये।
जब आगे की ओर देखता हूँ तो प्रतीत होता है कि अगला वर्ष पिछले से भी अधिक व्यस्त रहेगा। इससे मुझे यह शुभ समाचार प्राप्त होता है कि अमेरिका के लोग यह समझ रहे हैं कि वे लम्बे युद्ध में हैं और वैकल्पिक प्रयासों पर बहस करना चाहते हैं।