अपने संगठन के बारे में बताएं
मिडिल ईस्ट फोरम की स्थापना 1994 में हुई | हम प्रमुख रूप से तीन गतिविधियाँ करते हैं : बौद्धिक, या लोगों का मार्गदर्शन करते हैं कि कैसे विजय प्राप्त की जाती है , उदाहरण के लिए सीरिया में;
क्रियात्मक , जिसमें कि कैम्पस में गतिविधियाँ शामिल हैं , कांग्रेस में और न्यायालय के अन्दर और साथ ही आर्थिक सहयोग , जिसके अंतर्गत सहयोगी व्यक्तियों और संगठनों के लिए धन एकत्र करना |
कोई भी थिंक टैंक विद्वता का उपयोग करता है ठीक वैसे जैसे कि इंजीनियरिंग विज्ञान का उपयोग करता है | इसी प्रकार हमने इतिहास , राजनीति और ऐसे ही अन्य चीजों को आधार बनाया है | अपने प्रशिक्षण से मैं मध्यकालीन इतिहासकार हूँ , मैं अपने ज्ञान का उपयोग कर पश्चिम एशिया के अतीत का आधुनिक संदर्भ में उपयोग करता हूँ | हम जनता को और नीति निर्धारकों को विचार और सूचना उपलब्ध कराते हैं |
कुछ लोग आपके संगठन को इस्लामोफोब कहते हैं |
यह हास्यास्पद आरोप है | एक दशक से भी अधिक समय से मैं कहता आ रहा हूँ कि " कट्टरपंथी इस्लाम समस्या है और नरमपंथी इस्लाम समाधान" | इसमें ही अंतर्निहित है कि न तो मैं इस्लाम से डरता हूँ और न ही इससे नफ़रत करता हूँ | परन्तु मैं इस्लाम के कुछ कट्टरपंथी स्वरूप से नफ़रत करता हूँ जैसा कि अनेक मुस्लिम भी करते हैं | मैं इस्लाम के कट्टरपंथी संस्करण के विरुद्ध कार्य करता हूँ |
परन्तु अनेक विश्लेषक इस्लाम को लेकर आपके विचारों के आलोचक हैं और वर्तमान राजनीतिक संदर्भ में आप अपनी स्थिति को कैसे परिभाषित करेंगे?
जहां तक संयुक्त राज्य अमेरका में इस विषय का प्रश्न है आज इस विषय पर प्रमुख रूप से तीन विचार और स्थितियां हैं |
व्यवस्था का विचार या उसकी स्थिति है कि समस्या आतंकवाद या फिर हिंसक अतिवाद है और दूसरे शब्दों में इसका इस्लाम से कोई भी लेना देना नहीं है और पता नहीं कहाँ से आ जाती है | यह स्थिति नेताओं , पुलिस , अभियोजन पक्षों , प्रेस और प्रोफ़ेसर की है क्योंकि यह सरल है कि इस्लाम पर चर्चा न की जाए |
अन्य दो स्थितियां यह स्वीकार करती हैं कि इसका इस्लाम से कुछ लेना देना है जो कि दोनों में एक मूलभूत अंतर है | मेरी स्थिति दूसरी वाली है जो कि स्वीकार करती है कि इस्लाम का ही एक स्वरुप है परन्तु पूरी तरह यह इस्लाम नहीं है | इस्लाम के इस स्वरुप को इस्लामवाद विरोधी मुस्लिम ही पराजित कर सकते हैं और हमें उन मुस्लिम सहयोगियों के साथ मिलकर काम करना चाहिए कि वे मुस्लिम शत्रुओं को पराजित कर सकें|
तीसरी स्थिति का मानना है कि इस्लाम स्वयं में ही एक कट्टरपंथी संस्करण है | यह स्थिति तात्कालिक और स्थायी के मध्य अंतर नहीं कर पा रही है और न ही सम्पूर्ण और कुछ भाग में |
आपने कट्टरपंथी और नरमपंथी इस्लाम में विभेद किया है परन्तु मुहम्मद के कार्टून विवाद पर आपने पूरी तरह नरमपंथियों का साथ नहीं दिया | आप इसे स्पष्ट करेंगे ?
पश्चिम में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है जिसमें कि ईशनिंदा का अधिकार भी शामिल है | यदि आप मोजेज , जीसस , गणेश और बुद्ध का उपहास करना चाहते हैं तो आप इसके लिए स्वतंत्र हैं | परन्तु जब बात मुहम्मद की आती है तो नियम अलग हैं | मैं इस विषमता को अस्वीकार करता हूँ और इस बात पर जोर देता हूँ कि इस्लाम को लेकर भी समान अधिकार होने चाहिए|
पश्चिम में धार्मिक व्यक्तित्व को निशाना बनाने का अधिकार वोल्तेयर के समय से 18वीं शताब्दी से ही है और मुसलमानों को स्वयं को इसके अनुरूप ढालना होगा|
अमेरिका में आप बाइबिल को जला सकते हैं पर यदि कुरान को जला दिया तो आपको राष्ट्रपति के यहाँ से फोन आ जाएगा कि ऐसा न करें | यदि इस्लाम को विशेष संरक्षण मिल रहा है तो इसका अर्थ है कि यह अन्य से श्रेष्ठ है | मेरे साथ ही अन्य बहुत लोग इसे नहीं स्वीकार करते |
परन्तु वैश्विक संदर्भ में क्या अक्सर पश्चिम की विरोधाभाषी नीतियाँ ऐसा वातावरण नहीं उत्पन्न करती कि जो अतिवादी कट्टरपंथी ताकतों जैसे इस्लामिक स्टेट के लिए अनुकूल सिद्ध होती हैं ?
पश्चिम एशिया में एक परिपाटी है कि जो भी उनके यहाँ घटित होता है उसके लिए पश्चिम को दोषी ठहराया जाता है फिर वह इस्लामिक स्टेट जैसी बड़ी चीज हो या ट्रैफिक जाम जैसी छोटी चीज | इसके विपरीत मेरा मानना है कि पश्चिम एशिया के लोग अपने भाग्य विधाता स्वयं हैं और अपने लिए स्वयं जिम्मेदार हैं | हाँ यह अवश्य है कि अमेरिका , ब्रिटेन और अन्य लोगों की कुछ भूमिका है परन्तु यह पश्चिम एशिया के लोगों की अपनी भूमिका की तुलना में कम है , हमें अपनी समस्याओं का सामना करने का अभ्यास करना होगा|
क्या अफगानिस्तान में सोवियत आक्रमण के समय ओसामा बिन लादेन को बढ़ा कर पश्चिम ने कट्टरपंथ को हवा नहीं दी?
अमेरिकी सरकार ने अफगानिस्तान में सोवियत के साथ युद्ध में ओसामा बिन लादेन का समर्थन नहीं किया था | मैं चुनौती देता हूँ कि इसके विपरीत साक्ष्य कोई दिखा दे|
यदि समर्थन की बात करें तो आप राष्ट्रपति चुनाव में किसे समर्थन दे रहे हैं ?
मैं ट्रम्प के विरोध में हूँ – वह एक जोकर, आत्ममुग्ध और अस्वीकार्य हैं |
मैं हिलेरी क्लिंटन के विरुद्ध हूँ – समस्त क्लिंटन साम्राज्य ही आपत्तिजनक , बेईमान और लालची है |
मैं सांडर्स का भी विरोध करता हूँ जो कि 19वीं शताब्दी के विफल हुए समाजवादी विचार को लाना चाहते हैं |
इसके बाद क्रूज बचते हैं | सामान्य तौर पर मैं उनके विचारों से सहमत हूँ और उन्हें एक अच्छा व्यक्ति मानता हूँ |