1990 दशक के मध्य से विदेश नीति के जानकार लोगों के बीच एक पहेली चलने लगी थी : सोवियत संघ के पतन के पश्चात विश्व की कौन सी सबसे सबसे बड़ी शक्ति होगी ? उत्तर: संयुक्त राज्य अमेरिका और कतर | दूसरे शब्दों में , 150,000 स्थानीय निवासियों वाले इस देश की अपने आकार से बड़ी महत्वाकांक्षा स्पष्ट दिख रही थी |
इन दिनों कतर का प्रभाव कोई पहेली नहीं है| इसका अनुभव क्लेरिजस होटल से पाल गौगिन के कुवांड ते मेरियस तू तक किया जा सकता है? , अल जजीरा से 2022 विश्व कप तक , साइबर हैकिंग से घूसखोरी काण्ड तक इसे अनुभव किया जा सकता है| सरकार ने बहुत ही शानदार ढंग से अपने बाहरी संबंधों को संतुलित कर रखा है, इसे प्रतीकात्मक रूप में अधिकतर अमेरिकी सेना द्वारा उपयोग किये जाने वाले अल उदेद एयर बेस और कतर व तुर्की के संयुक्त सेना कमान से देखा जा सकता है|
कुछ मात्रा में यह उल्लेखनीय कार्य इसलिए संभव हो सका है क्योंकि अद्भुत ढंग से देश की अत्यल्प जनसँख्या ( जो अब 300,000 से ही अधिक होगी जो शंघाई की जनसंख्या का 1 प्रतिशत है) पर धन की वर्षा की जा रही है| उत्तरी हिस्से की गैस फील्ड से जो कमाई होती है उससे देश की प्रजा की प्रति व्यक्ति आय 500,000 अमेरिकी डालर है जो कि दूसरे सबसे बड़े धनी राज्य लक्सेमबर्ग से पांच गुना अधिक है|
कुछ मात्रा में यह भी है कि कतर की अपने आकार से अधिक भूमिका का कारण इस देश का स्वभाव और इसका नेतृत्व है| सउदी अरब की तरह कतर में भी वहाबी विचारधारा का प्रभाव है , यह विचारधारा इसकी जनसंख्या को अपने आकार से अधिक एक महत्वाकांक्षा और एक मकसद प्रदान करती है|
इसका वर्तमान नेतृत्व पहले , अमीर हमाद ( 1995-2013) और अब उनके पुत्र तमीम ( 2013 से अभी) और साथ ही उनके रिश्तेदार और सहयोगी एक धूमिल हो रही विशालता में लगे हैं जिसे कि अच्छे ढंग से हमाद ( लेटिन अक्षरों में ) नाम के प्रतीक में देखा जा सकता है जो कि अमीर हमाद ने 2010 एक टापू के रेत पर एक किलोमीटर ऊंचा और तीन किलोमीटर चौड़ा लिखवाया था और बाद में रहस्यमय ढंग से उसे दो वर्ष बाद मिटा दिया गया |
कतर की पहुंच को इन दिनों अनेक स्थानों पर जिहादी ग्रुप को इसके सहयोग में शायद सबसे मुखर रूप में देखा जा सकता है ( इराक में अल कायदा), सीरिया ( अहरार अल शाम , जबात अल नुशरा) गाजा ( हमास) और लीबिया ( बेनगाजी डिफेंस ब्रिगेड) | इसके अतिरिक्त कतर पूरी दुनिया में इस्लामवादी नेटवर्क का समर्थन करता है , जैसे इजिप्ट में मुस्लिम ब्रदरहुड , तुर्की में एकेपी और बांग्लादेश में जमात ए इस्लामी |
दोहा में सरकार ने तालिबान को कार्यालय का स्थान दे रखा है| प्रमुख इस्लामवादी लोगों , मुस्लिम ब्रदरहुड के आध्यात्मिक नेता युसुफ अल करदावी और हमास के प्रमुख खालेद मेशाल ने दशकों से दोहा को अपना घर बना रखा है|
पश्चिम के देशों में कतर की शक्ति काफी सतर्क और बिना किसी चुनौती के फल फूल रही है| जैसे , इसकी तरफ से मस्जिदों और अन्य इस्लामी संस्थाओं को आर्थिक सहायता की जाती है और इसके बदले में ये लन्दन और वाशिंगटन में सउदी अरब के दूतावास के बाहर प्रदर्शन करते हैं|
परन्तु दोहा पश्चिम में अपने एजेंडे को आगे बढाने के लिए पश्चिम में मौजूद इस्लामवादी आप्रवासियों पर निर्भर नहीं है बल्कि इसने पश्चिम के नीति निर्धारकों और जनता को प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करने का प्रयास आरम्भ कर दिया है|
अत्यंत विशाल अल जजीरा टेलीविजन नेटवर्क दुनिया के सबसे बड़े और सबसे प्रचलित प्रसारकों में हो गया है| इसके अंग्रेजी भाषा के स्टेशन कतर के शत्रुओं के विरुद्ध पश्चिमी उदारवादियों के तर्कों पर आधारित धूर्ततापूर्ण दुष्प्रचार करते हैं | अल जजीरा का नवीनतम व्यापारिक कार्य इसका सोशल मीडिया चैनल AJ+ - युवाओं और प्रगतिशील अमेरिकी लोगों को लक्ष्य करके आरम्भ किया गया है| इजरायल, सउदी अरब और ट्रम्प प्रशासन की बुराइओं पर आधारित इसकी डाक्यूमेंट्री ट्रांसजेंडर के अधिकारों को लेकर अभियान , अमेरिका की दक्षिणी सीमा पर शरण लेने के लिए लाइन लगाये लोगों के लिए भावुक सन्देश के साथ ऐसे विषय हैं जो वहाबी शासन द्वारा नियंत्रित प्रसारक के विषय हैं|
दोहा पश्चिमी शिक्षा संस्थाओं को भी प्रभावित करने का प्रयास करता है| शासन द्वारा नियंत्रित कतर फाउन्डेशन यूरोप और उत्तरी अमेरिका के विद्यालयों, कालेज सहित शिक्षा संस्थानों को हजारों मिलियन डालर देता है| कतर अमेरिका के विश्वविद्यालयों को सबसे बड़ी आर्थिक सहायता देता है | इस आर्थिक सहायता से अरबी भाषा और मध्य पूर्व की संस्कृति की पढाई होती है और इसकी विचारधारा का प्रभाव झलकता है जब अमेरिका के स्कूलों में अध्याय का शीर्षक होता है, " कतर के प्रति वफादारी प्रकट करो"
अब सउदी, संयुक्त अरब अमीरात , इजिप्ट और अन्य अरब सरकारें कतर की ओर से उत्पन्न खतरे के प्रति सजग हो गयी हैं , क्या यह समय नहीं है कि पश्चिम के लोग भी इस खतरे को पहचान जाएँ? 6 फरवरी को मिडिल ईस्ट फोरम द्वारा आयोजित सम्मेलन विश्व के सबसे छोटे, सबसे धनी, अत्यंत शक्तिशाली और सबसे अधिक खुराफाती राज्य के बारे में प्रकाश डालने जा रहा है और इसके लिए दो प्रश्न पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है: कतर की सरकार क्या कर रही है? इसका लक्ष्य क्या है?