[ विशेषज्ञों के एक पैनल ने टाइम को बताया कि हमास की विजय क्या कुछ सन्देश लायी है . डेनिस रास,मोइजेज नेम,अब्दुल सत्तार कासिम, जियाद अबू अमर,रिचर्ड हास, डेनियल पाइप्स (पैनल के अन्य सदस्यों की राय जानने के लिये क्रपया इसे देखें) http://www.time.com/time/magazine/printout/0,8816,1154218,00.html ]
मिडिल ईस्ट फोरम के निदेशक डेनियल पाइप्स- हमास की विजय का सबसे बङा
प्रभाव इजरायल के साथ सम्बन्धों पर नहीं पङेगा, क्योंकि उसके उद्देश्य पूर्ववर्ती फतह से अधिक भिन्न नहीं हैं. फिलीस्तीनी अथारिटी के अन्दर हमास यासर अराफात द्वारा विरासत में छोङी गई अव्यवस्थित ,भ्रष्ट, ढालू तानाशाही के विपरीत कुछ अलग प्रदर्शन करेगी. अपेक्षा की जानी चाहिये कि एक सख्त,धार्मिक और अनुशासित व्यवस्था का निर्माण होगा जिसमें महमूद अब्बास सहित फतह के सदस्य किनारे कर दिये जायेंगे या सम्भवत: दमन का शिकार हो जायेंगे.
दूसरा अरब इस्लामवादियों ने ईराक में चुनावी सफलता प्राप्त कर ली है और उस पर नियन्त्रण प्राप्त कर लिया है,परन्तु हमास ऐसा पहला अरब इस्लामवादी आतंकवादी संगठन है जिसने मतपेटियों के माध्यम से मान्यता प्राप्त की है. सीरिया,लेबनान,मिस्र,ट्यूनीशिया और मोरक्को में स्थित इसी के समानान्तर संगठन घटनाक्रम को ध्यान से देखेंगे और उत्साहित होंगे यदि अमेरिका या अन्य सरकारों द्वारा हमास के प्रति स्वीक्रति प्रदर्शित की जाती है.