मई के आरंभ में ही इराक में कार्यरत्त अमेरिकी नागरिक निक बर्ग की क्रूर हत्या ने अमेरिका के इस्लामवादियों को भी विचलित कर दिया . इसकी प्रतिक्रिया में वाशिंगटन स्थित काउंसिल ऑन अमेरिकन इस्लामिक रिलेश्न्स ने कुछ मुसलमानों के हिंसक कृत्य से इस्लाम धर्म को अलग करने के लिए “ इस्लाम के नाम पर नहीं .” नामक याचिका अभियान आरंभ किया .
उपर से तो आतंकवाद के विरुद्ध यह वक्तव्य प्रभावी लगता है “ हम निम्नलिखित हस्ताक्षरित मुसलमान यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि जो लोग इस्लाम के नाम पर आतंक , हत्या या क्रूरता का कृत्य कर रहे हैं वे न केवल निर्दोष लोगों के जीवन को नष्ट कर रहे हैं वरन् उस धर्म के मूल्यों के साथ भी विश्वासघात कर रहे हैं जिसका प्रतिनिधि होने का वे दावा करते हैं. ..”
इसमें आगे कहा गया है “मुसलमानों के विरुद्ध कोई भी अन्याय निर्दोष लोगों के नरसंहार को न्यायसंगत नहीं ठहरा सकता और आतंक के किसी भी कृत्य से इस्लाम का भला नहीं हो सकता .हम ऐसे गैर इस्लामिक और क्रूर कृत्य को करने वाले किसी भी मुस्लिम व्यक्ति या गुट से स्वयं को असंबद्ध करते हैं. हम कुरान और पैगंबर मोहमम्द की शिक्षाओं से परे कुछ चंद अल्पसंख्यक लोगों के आपराधिक कार्यों का बंधक अपने धर्म को नहीं बनने देंगे ..”
फिर इस बात को स्थापित करने के लिए की यह केवल सीएआईआर का दृष्टिकोण नहीं है कुरान के अंश ( 4 : 135 ) को उद्धृत किया गया है .” तुम जो आस्थावान हो , न्याय के लिए उठो . ईश्वर को साक्षी मानकर चाहे यह तुम्हारे , तुम्हारे परिजनों ,तुम्हारी संतान या गरीब या अमीर के विरुद्ध हो , न्याय के लिए उठो..ईश्वर उनकी. बेहतर रक्षा कर सकता है जबतक न्यायी नहीं हो तबतक किसी भावना का अनुसरण मत करो . यदि तुम न्याय को तोड़ों मरोड़ोगे या उसकी अवहेलना करोगे तो समझो ईश्वर तुम्हारे सभी कार्यों के बारे में जानता है .”
यह याचिका सीएआईआर के अध्यक्ष उमर अहमद की सोच का परिणाम थी जिन्होंने आशा व्यक्त की कि इससे सदैव के लिए लोगों को पता चल जायेगा कि अमेरिका और इस्लामी विश्व के मुसलमान इस्लाम के नाम पर हो रही हिंसा को अस्वीकार करते हैं.
याचिका ने निश्चय ही प्रशंसा अर्जित की . अन्य लोगों के अलावा एशोसियेटेड प्रेस , यूनाईटेड प्रेस इंटरनेश्नल , रीजनल न्यूज़ सर्विस, वाशिंगटन पोस्ट और फिलाडेल्फिया इन्क्वायरर ने इसकी प्रशंसा की लेकिन बारीकी से देखने पर इस याचिका में कुछ खोट हैं.
-सीएआईआर ने व्यापक रुप से इस्लाम के नाम पर आतंक, हत्या और क्रूरता की निंदा की है . लेकिन न्यायसंगत तरीके से नाम और घटनाओं का उल्लेख नहीं किया है , यह महत्वपूर्ण है क्योंकि सीएआईआर ने दिखाया है कि रुस , इजरायल और भारत के विरुद्ध होने वाले बम विस्फोट इसकी आतंकवाद की परिभाषा में नही आते .
- सीएआईआर अपनी याचिका में अच्छे उद्देश्यों के लिए आतंकवाद प्रतिरोध का समर्थन करता नहीं दीख रहा है .यह लगातार आतंकवाद प्रतिरोध के उद्देश्य ( सामी अल अरियन की गिरफ्तारी , बफैलो सेवेन के दंड और होली लैंड फाउंडेशन की संपत्ति की जब्ती ) और उसके प्रकार (पैट्रियॉट एक्ट, विदेशी यात्रियों के लिए विशेष पंजीकरण ) का विरोध करता रहा है .
- सीएआईआर ने कुरान के अंश को उद्धृत किया है कि न्याय के लिए उठो .यह केवल प्रेस वक्तव्य या याचिका हस्ताक्षर के लिए नहीं है . न्याय के लिए उठने का अर्थ है कुछ कदम भी उठाना . सूफी स्टीफन स्कावर्ज ने मुझसे कहा “ आज की स्थिति में चाहिए कि गलत मुसलमानों को पहचान कर उन्हें समुदाय से बाहर करने में सहायता की जाए . उनकी वफादारी अमेरिका के प्रति सुनिश्चित करते हुए नरमपंथ की एक सीधी रेखा खींची जाए…”
- याचिका सदैव किसी उच्चतर अधिकारी के प्रति निवेदन या गंभीर आवेदन होता है . इसलिए स्वाभाविक प्रश्न उठता है कि सीएआईआर की याचिका किसे संबोधित है किसी को नहीं .यह एक काल्पनिक वक्तव्य है . इसकी कुछ गंभीरता होती यदि यह हमास , अल-कायदा या इराक के कट्टरपंथियों को संबोधित होती , किसी को संबोधित न होने से यह आंतकवाद के विरुद्ध सीएआईआर का एक छद्म प्रलाप है .
- सीएआईआर का दावा है कि उसकी याचिका पर 6 लाख 50 हजार लोगों ने हस्ताक्षर किये हैं लेकिन अपने चिर-परिचित गैर-जिम्मेदार स्वभाव के अनुरुप इसने किसी का भी नाम सार्वजनिक नहीं किया है यह व्यवहार निश्चय ही संदेह पैदा करता है और वह भी तब जब पेटिशन ऑन लाईन नामक वेबसाईट पर प्रत्येक याचिका के हस्ताक्षरकर्ता को गिना जा सकता है . जब तक सीएआईआर सभी नामों को उपलब्ध नहीं कराता यह गिनती स्वीकार नहीं की जा सकती .
निष्कर्ष यही है कि “.इस्लाम के नाम पर नहीं .”बिना कुछ सार्थक किए इस्लाम की छवि को स्वच्छ करने का प्रयास है .इससे एक साथ दो बातें हो गईं –हमास-अलकायदा , इराकी इस्लामवादी संगठनों या अन्य हिंसक गुटों को असंतुष्ट किए बिना पश्चिम के नवसिखियों को प्रभावित करना .याचिका के संबंध में सीएआईआर की पहल उसकी भ्रामक और हल्केपन की स्थापित परिपाटी को प्रदर्शित करती है .