संयुक्त आतंकवादी कार्यबल ने जब गिरफ्तार महिर हवाश को इन्टेल कारपोरेशन की पार्किंग में गोली से मार गिराया जो लोगों ने काफी शोर मचाया। मार्च महीने में उसे सुविधा दी गई और एकान्तिक कारावास में रखा गया, यह विरोध उस समय हुआ था जब अभियोजन पक्ष ने बिना किसी आरोप के उसे ओरेगन जेल में एक महीनें से अधिक समय तक हिरासत में रखा और साक्ष्यों का अध्ययन किया।
यह सब एक विशेष रुप से एक स्तष्ध करने वाली घटना थी क्योंकि महिर मोफिद “माइक ’हवाश अमेरिका की सफलता की कहानी का मानवीकरण था। फिलीस्तीन में नाबलुस में 1964 में उनका जन्म हुआ और कुवैत में पला बढ़ा था और वह 1984 में अमेरिका आया जब उसने टेक्सास विश्वविद्यालय से बैद्युत अभियान्त्रिकी में उपाधि प्राप्त की थी। 1984 में उसने Compaq के लिए कार्य किया और 1990 में अमेरिका का नागरिक बना।
इन्टेल से उसका कैरियर 1992 में आरम्भ हुआ जहाँ उसे वीडियो तकनीकी में काम किया। जब उसके पिता अस्वस्थ हुए तो इन्टेल ने उसका स्थान्तरण इजरायल कर दिया जहाँ वह दो वर्षों तक रहा। उसने 1995 में लीसा र्यान से विवाह किया और दो बच्चों का पिता बना ।1997 में उसने वीडियो ग्राफी पर एक अत्यन्त प्रचलित पुस्तक लिखी।
2000 तक हवाश ने काफी उपलब्धियां प्राप्त कर ली थीं। उसने विश्व की महानतम कम्पनियों में से एक में कार्य किया प्रति वर्ष 360,000 डालर अर्जित किए, उसके पास मित्रों की एक परिधि थी और उसकी स्वयं सेवाओं के लिए उसकी प्रशंसा होती थी।
परन्तु उसी वर्ष पडोसियों ने एफ.बी.आई को सूचित किया कि वह अत्यन्त धार्मिक हो गया है उसने दाढ़ी बढ़ा ली, अरबी कपड़े पहनने लगा है, प्रतिदिन पाँच घंटे नमाज पढ़ने लगा है और प्रतिदिन मस्जिद जाने लगा । उसके मित्रों की संख्या भी घट गयी ।
और जांच के बाद पता चला कि हवाश ने अपना घर गिरवी रख दिया (ब्याज भुगतान इस्लामी कानून के विपरीत है) और 10,000 डालर ग्लोबल फाउन्डेशन को दान कर दिया जो एक इस्लामी प्रदाय संस्था थी जिसे बाद में आतंकवादियों के गुटों को आर्थिक सहायता के आरोप में बन्द कर दिया गया। 2001 के आरम्भ में वह मक्का की तीर्थ यात्रा पर गया और उसके घर मध्य-पूर्व के पत्र आते जाते रहते थे। उसके सहकर्मियों और मित्रो नें इस सूचना की निन्दा सम्पर्कित अपराध के रुप में थी।
उन्होंने जोर देकर कहा कि हवाश के क्रिया-कलाप से उसे जेल भेजने को न्याय संगत नहीं ठहराया जा सकता और उन लोगों ने अपने विचारों को खुलकर बताया। उन्होंने FreeMikeHawash.org बनाया और संपादकों के नाम पत्र लिखे उन्होंने विधिक रक्षा कोष बनाया और पोर्टलैण्ड की सड़कों पर धरना दिया।
हवाश के इन्टेल के पूर्व बास स्टीवन मैकगिडे उसके समर्थन में आये और कहा कि हवाश एक सामान्य अरब अमेरिकी था जिसके पास नौकरी और परिवार था। मैकगिडे ने इस गिरफ्तारी को मूर्खों का स्वप्नलोक बताया और हवाश के विरूद्ध आरोरों को निराधार और असन्तुलित बताया। उसके समर्थकों ने पश्चिमोत्तर के समाचार पत्रों को चेतावनियों से भर दिया। एक प्रोफेसर ने हवाश को जेल भेजने को ‘नागरिक अधिकारों का दमन करने की नियमित परिपाटी का एक अंग बताया ’ ओरवेल का 1984 ’ नाजी जर्मनी या सोवियत संघ बताया। उग्रवादी इस्लामी गुट काउन्सिल आन अमेरिकन इस्लामिक रिलेशन्स ने हवाश की गिफ्तारी में अमेरिका मुसलमान की स्थिति में गम्भीर क्षति देखी ।
हवाश के उच्चकोटि के कैरियर और उसके समर्थकों ने मिलकर उसे एक पवित्र मुसलमान का प्रतीक बना दिया जो पूर्वाग्रह पूर्ण और विद्वेषी न्याय व्यवस्था का शिकार हो गया।
उसके बाद 6 अगस्त को यह काल्पनिक किला ढह गया जब हवाश को तालिबान की सहायता का दोषी पाया गया। उसने पूरी तरह अभियोजन पक्ष के साथ सहयोग की सहमति दी और अपनी सजा और दोष के विरूद्ध अपील के अपने अधिकार को छोड़ दिया। इसके बदले में सरकार ने हवाश के विरूद्ध अन्य आरोपों को निरस्त कर दिया ।
उसके समर्थकों ने इस समाचार को कैसे लिया। मीडिया की खोज में एक भी दोष स्वीकार करने को तैयार नहीं था इसके बजाय उन्होंने इन्कार किया या शान्त रहे उसके एक घोर समर्थक ने कहा ’’ मुझे नहीं पता कि मेरे साथ विश्वासघात हुआ है। इस मामले में पड़ना नहीं चाहता ’’। दूसरे ने कहा ‘मै उससे प्रत्यक्ष यह सुनना चाहता हूँ और तभी विश्वास करूँगा।
जैसा कि ओरेगोनियन समाचार पत्र ने 6 अगस्त की सुनवाई की रिपोर्ट दी जिन मित्रों और समर्थकों ने हवाश की ओर से विरोध किया था और पिछली सुनवाइओं में उपस्थित थे वे इस बार अनुउपस्थित थे। उग्रवादी इस्लामी लाबी के गुट की आवाज बन्द हो गई।
संक्षेप में जब हवाश ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया तो उसके समर्थकों ने अपनी भूल स्वीकार करने से मना कर दिया ।
यहाँ दो शिक्षायें मिलती है—रूपरेखा काम करती है। सचेत पड़ोसियों द्वारा उग्रवादी इस्लामी गतिविधियों जैसी सम्भावना की सूचना देने पर ही हवाश को कानून प्रवर्तन संस्थाओं के समक्ष लाया जा सका ।
दूसरा – संदिग्ध आतंकवादी के प्रति सहानुभूति रखने वाले आश्चर्य प्रकट करते हुए उसके सम्बन्ध में गर्मजोशी से कहानियाँ सुनाते रहे। परन्तु नस्लवाद का आरोप और नाजी जर्मनी से तुलना करने से अमेरिकावासियों की रक्षा करने के सरकारी प्रयासों में अवरोध उत्पन्न होगा ।