सीरिया के राष्ट्रपति बशर असद के साथ तीन घण्टे की सघन बैठक के उपरान्त राज्य सचिव कोनिल पावेल ने कुछ अच्छे समाचारों की घोषणा की। असद ने दमिश्क में खुले रूप में संचालित कुछ आतंकवादी कार्यालयों को बन्द करने की बात की। परन्तु अगले दिन इन कार्यालयों के बन्द होने की चर्चा करते समय पावेल भष्विय काल में चले गये, असद ने जो कुछ करने की बात की है उसका मैं स्वागत करता हूँ ’’।
ऐसा क्या हुआ ?
पावेल ने बार-बार इस बात पर जोर दिया कि असद ने न केवल मुँह से अच्छे शब्द निकाले हैं वरन् वास्तव में हमास, फिलीस्तीनी इस्लामिक जिहाद तथा पापुलर फ्रान्ट फार द लिबरेशन ऑफ फिलीस्तीन जनरल कमान के कार्यालयों को बन्द भी किया है। और “इसके प्रदर्शन को आने वाले महीनों और सप्ताहों में हम देखेंगे ”। पावेल ने अमेरिकी माँग की अनसुनी करने पर असद को ‘खामियाजा ’ भुगतने की चेतावनी भी दी। रक्षा सचिव डोनाल्ड रम्सफेल्ड ने भी इस संदेश को दुहराया “ शब्द अपनी जगह है और कार्य अपनी जगह ’’।
परन्तु असद ने इन चेतावनियों की परवाह नहीं की। उन्होंने न्यूजवीक के साथ बातचीत में कहा कि ‘ हम अब भी इस विषय पर बातचीत कर रहे हैं ’’। कि क्या करना है ? उन्होंने यह भी जोड़ा कि कार्यालयों को बन्द करना इजरायल से गोलन पहाड़ियों से नियन्त्रण प्राप्त करने से सम्बन्धित है ।
परन्तु आतंकवादी गुटों ने बेशर्मी से अपने क्रियाकलाप की पहले जैसी घोषणा की। बेरूत में हमास ने सीरिया में अपने कार्यालयों को खुला ऱखना दुहराया। इस्लामिक जिहाद के प्रतिनिधियो ने डींग हाँकते हुए कहा ‘ यह तो सिर्फ बातचीत है ’’और कुछ भी परिवर्तित नहीं हुआ है।
पापुलर फ्रन्ट के एक अधिकारी ने कहा ‘ हमने इस सम्बन्ध में कुछ भी नहीं सुना है ’’। डेमोक्रेटिक फ्रन्ट फार द लिबरेशन ऑफ फिलीस्तीन के एक नेता ने जोड़ा “ हमारी स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं आया है ।
सीरिया के अनेक प्रवक्ताओं ने बाद में इसी व्यवहार की पुष्टि की। एक विश्लेषक इमाद फावजी अल शुयाबी ने आतंकवादी कार्यालयों से सम्बन्धित समस्त विषय को निरस्त कर दिया। “ मुझे लगता है कि हिजबुल्लाह जैसे संगठनों के विषय में चर्चा करना प्रतीकात्मक है ’’। उन्होंने तो अमेरिकावासियों को नसीहत दे डाली कि यदि वे वास्तव में लोकतन्त्र के प्रति गम्भीर हैं तो उन्हें इन कार्यालयों को छोड़ देना चाहिए।
सरकार द्वारा संचालित दैनिक समाचार पत्र अल बाथ के सम्पादक ने पावेल के संदेश की अवमानना की ( अमेरिकी सरकार के पास हमारे ऊपर दबाव बनाने के बहुत यन्त्र नहीं हैं) और रचनात्मक ढंग से सचिव की यात्रा को इस रूप में व्याख्यायित किया कि वाशिंगटन सीरिया को बातचीत के लिए एक पक्ष मानता है न कि उसे धमकी या उसपर दबाव डालना चाहता है ’’।
उन्होंने इससे यह समझा कि राज्य विभाग के पक्ष में पेन्टागन की भूमिका कम हो जायेगी ’। सीरिया के प्रति नरम व्यवहार शक्तिशाली होगा।
सीरिया के चैम्वर्स ऑफ कामर्स एण्ड इन्डस्ट्री के अध्यक्ष ने दावा कि “यदि उनके देश पर आर्थिक प्रतिबन्ध लादे गये तो सीरिया के लोग अन्य देशों पर निर्भर हो जायेंगे विशेष रूप से मलेशिया।
आतंकवादी कार्यालयों को खुला रख और शासन के चिन्तामुक्त रहते हुए असद ने पूर्व में अपने पड़ोसी बाथ शासन के अपदस्थ होने के बाद भी प्रशासन के प्रति एक जोखिम भरी अवमानना दिखाई है।
वास्तव में इस मूर्खता के पीछे 2001 के आरम्भ का उनका अनुभव है। यह तब हुआ जब पावेल ने संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबन्धों के बाद सीरिया द्वारा इराकी तेलों की खरीद पर शिकायत करने के लिए पावेल ने दश्मिक की यात्रा की और राज्य विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि दश्मिक ने इस मामले से अलग रहने का प्रत्यक्ष आश्वासन दिया है परन्तु न केवल अवैध आयात जारी रहा वरन् बढ़ा। इसकी प्रतिक्रिया में वाशिंगटन न केवल सीरिया को दण्डित करने से परहेज किया वरन् इस विषय को छोड़ ही दिया।
इस भूल की क्षतिपूर्ति के लिए प्रशासन को सीरिया के नेताओं को अपने उद्देश्य की गम्भीरता को बाताना होगा। संयोगवश इसके हाथ में शक्तिशाली यन्त्र है और वह है सीरियन अकाउन्टिबिलिटी एण्ड लेबनिज सावरेनटी रेस्टोरेशन एक्ट। इलियट एन्जेल और इलियाना रोसलेह टिनेन द्वारा प्रस्तुत यह विधेयक इस बात की आशा देता है कि यदि सीरिया निम्नलिखित कदमों से परहेज नहीं करता तो उस पर आर्थिक प्रतिबन्ध लगायेंगे-
आतंकवाद को समर्थन
लेबनान पर कब्जा
जनसंहारक हथियारों पर कब्जा और विकास
एन्जेल बिल के अनुसार यदि असद शासन इन नीतियों को जारी रखता है तो सीरिया के लिए अधिकतर अमेरिकी निर्यात और वहाँ के अमेरिकी व्यवसाय पर प्रतिबन्ध लगा दिया जायेगा। अभी एक माह पूर्व प्रस्तुत इस बिल को संसद में 85 सह प्रायोजक मिल गये हैं। एन्जेल ने हमें बताया है कि उन्हें विश्वास है कि यह पारित होगा जब तक कि प्रशासन सक्रिय रूप से इसके विरूद्ध लाबिंग नहीं करता। पावेल ने सुधार के लिए सीरिया पर दबाव बनाने के लिए इस बिल का संज्ञान लिया है इसलिए तार्किक रूप से वे इसे कानून के रूप में देखना चाहते हैं। यह उन्हें वास्तव में सही मशीनरी प्रदान करता है जिससे वे असद और सहयोगियों को गम्भीर और दीर्घगामी परिवर्तन के लिए कह सकते हैं।
या फिर दबाव आरम्भ होगा ।