संयुक्त अरब अमीरात के सात सदस्य राज्यों में से एक अबू धाबी ने विश्व की ऊर्जा के 17 प्रतिशत के गमन के जलमार्ग होरमुज जलडमरूमध्य के ईरान द्वारा बंद किये जाने की सम्भावना के लिये तैयारियाँ करना आरम्भ कर दिया है; आज Habshan-Fujairah oil pipeline हब्शान फुजेराह तेल पाइपलाइन का आरम्भ हुआ जो कि कच्चे तेल को एक अन्य संयुक्त अरब अमीरात के देश को ले जायेगा।
2008 में आरम्भ हुई यह 225 मील लम्बी पाइपलाइन चार फीट चौडी है और इसका खर्च प्रायः 2.7 बिलियन अमेरिकी डालर आया है और इसकी 600 से 700 हजार बैरल प्रतिदिन ढोने की क्षमता है जिसे कि बढाकर 1.4 मिलियन या फिर 1.8 मिलियन बैरल प्रतिदिन करने की मन्शा है। इस पाइपलाइन के साथ ही अबू धाबी की सरकार 3 बिलियन अमेरिकी डालर की कीमत की 200,000 बैरल प्रतिदिन की क्षमता वाली रिफायनरी ओमन की खाडी में पाइपलाइन के समापन बिंदु फुजेराह में बना रही है।
टिप्प्णी: पाइपलाइन केवल अबू धाबी के मुरबन कच्चे तेल के निर्यात को सुनिश्चित नहीं कर रही है वरन यह शत्रुवत स्थिति में इंश्योरेंस के प्रीमियम के बढने के खतरे को भी रोक रही है। इस समाचार पर कम ध्यान दिया गया जो कि भविष्य के ऊर्जा बाजार को प्रभावित करने वाला है और साथ ही खाडी सहयोग परिषद के ईरान के साथ सम्बंधों को भी। ( 21 जून , 2012)
29 जून अपडेट : सउदी सरकार ने एक पाइपलाइन को पुनर्जीवित किया है जो कि प्रतिदिन लाल सागर पर यांबू के निकट मुवाजिज तेल का 1.65 मिलियन बैरल प्रतिदिन लाती है। 1980 के दशक में इसे इराक की सरकार ने निर्मित कराया था सउदी अरब में इराकी पाइपलाइन 1990 से अधिकतर बिना उपयोग के थी। सउदियों ने बगदाद द्वारा ऋण न चुका सकने के बाद इसे जब्त कर लिया था।
20 जुलाई 2012 अपडेट: इंस्टीट्यूट फार द एनालिसिस आफ ग्लोबल सिक्युरिटी के गाल लुफ्त ने इन दोनों घटनाओं को व्यापक सन्दर्भ में देखा है और तर्क दिया है कि ईरान के खराब व्यवहार के चलते होरमुज जलडमरूमध्य के विश्व व्यापार में अप्रासंगिक होने की दीर्घकालिक सम्भावना दिख रही है। पहला, उनका कहना है कि अन्य पाइपलाइन बन रही हैं:
कम से कम दो प्रकल्प जो कि सउदी अरब को ओमान और यमन से जोडते हैं उन पर विचार चल रहा है। इराक के पास भी एक स्थान है जिसे कि अभी बढाया जा रहा है और किर्कुक सेहान पाइपलाइन से तुर्की में सेहान बन्दरगाह तक पहुँचाया जा रहा है। सीरिया में कोई भी क्यों न राष्ट्रपति बशर का स्थान ले वह इसमें रुचि लेगा और इराक भी इरक सीरिया पाइपलाइन को पुनः आरम्भ कर सकता है जिससे कि दक्षिणी मैदान से भूमध्यसागर तक जहाज से कच्चे तेल का एक और मार्ग बन जायेगा।
इसके उपरांत वे इससे आगे देखते हैं:
ईरान का वर्तमान क्षेत्रीय प्रभाव इसकी भौगोलिक स्थिति के चलते है परंतु इसका विरोधी स्वभाव इस देश के पडोसियों और ग्राहकों को इस शक्ति को निष्क्रिय करने और होरमुज जलडमरूमध्य पर अपनी निर्भरता समाप्त करने के अन्य मार्ग ढूँढने को विवश कर रहा है। होरमुज के ट्रैफिक को कम करने के प्रयास से पश्चिम को ईरान को घेरने की इसकी रणनीति को तीव्र करने का अवसर मिलता है साथ ही वैश्विक ऊर्जा सुरक्षा की बाधा को दूर करने का अवसर भी प्राप्त होता है जो कि दशकों से दुष्ट क्षेत्रीय शक्तियों को विश्व अर्थव्यवस्था को बंधक बनाने की क्षमता प्रदान करता आया है।
टिप्प्णी:ईरान के नेता न केवल मूर्खतापूर्ण बातें करते हैं वरन मूर्खतापूर्ण आचरण भी करते हैं।