इस तथ्य को देखते हुए कि मध्य पूर्व और इस्लामी विषयों पर अनेक शानदार संगठन कार्य कर रहे हैं तो ऐसे में मिडिल ईस्ट फोरम की विशेषता क्या है? हम वकालत या क्षमा प्रार्थी भाव के विपरीत रणनीतिक परामर्श उपलब्ध कराते हैं । इसे समझने के लिये कि इसका अर्थ क्या है ? अरब इजरायल संघर्ष की ओर देखिये, जो कि विशेष रूप से लोगों का ध्यान खींचता है और परस्पर विरोधी विचार भी।
जो लोग वकालत करते हैं वे समाचार पत्रों के पृष्ठ और ध्वनि तरंगों पर इसे न्यायसंगत ठहराते हुए या फिर इसकी आलोचना करते हुए भावनात्मक बयान जारी करते हैं। उनके कार्य में नैतिकता शामिल है, जो कि युद्ध में न्याय या बुराई के रूप में कार्य करती है। ऐसे वकील ऐसे तर्कों से जनमानस का निर्माण करते हैं और इसके बदले में सरकार की नीतियों को प्रभावित करते हैं या फिर निर्धारित करते हैं।
परंतु नैतिकता और न्याय ही एकमात्र महत्वपूर्ण बहस नहीं है, एक और भी है जो कि अधिक विशेष है और उसका सम्बंध रणनीति से है न कि इससे कि कौन गलत है या सही है वरन जीत कैसे प्राप्त की जाये। इस बहस में इस बात पर ध्यान दिया जाता है कि शक्तियों का अनुमान क्या है और इस प्रकार के विचार प्रदान किये जाते हैं अपने लक्ष्य को कोई कैसे प्राप्त कर सकता है? रणनीतिकार अपने लक्ष्य को विजित मानकर चलते हैं ( इजरायल की सुरक्षा)और उनका ध्यान उसे प्राप्त करने में रहता है।
वकालत और रणनीति दोनों का अपना महत्व है। वकील गलत और सही के बारे में बात करता है जबकि रणनीतिकार सफलता और असफलता के बारे में बात करता है। पहले में भावना का अधिक महत्व होता है जबकि बाद वाले में चतुराई अधिक होती है। वकील अपने विरोधी के पक्ष को रखते हुए कमजोर पड सकता है जबकि रणनीतिकार स्वयं को अपने विरोधी के स्थान पर सामान्य तौर पर रखता है ( युद्ध के नियम पर विचार करें) । उदाहरण के लिये मैंने स्वयं को इस्लामवादी आंदोलन चलाने वाले के रूप में कल्पित किया और इस बात को समझने का प्रयास किया कि इसे रोकने के लिये क्या बेहतर किया जा सकता है?
अन्य शोध संस्थानों की भाँति मिडिल ईस्ट फोरम प्राथमिक रूप से रणनीतिक गतिविधियों पर ध्यान देता है। मुझे लगता है कि यह इस विषय पर हमारा वर्षों और दशकों के समय का सही उपयोग है। अपने व्यवहार की रक्षा करने के लिये अपने विरोधियों पर प्रहार करो और मन न बना पाने वाले लोगों को समझाने का प्रयास महत्वपूर्ण कार्य हैं परंतु हमारा यह कार्य नहीं है। हमारा लक्ष्य रहता है कि अपने पक्ष की विजय कैसे हो? वाशिंगटन में हमारा मुख्यालय नहीं है और फोरम का कार्य मुख्य रूप से दो प्रकार के लोगों के लिये है (1) जनता तथा (2) विशेषज्ञ जो कि हमारे व्यवहार से सहमत हैं और जिन्हें सूचना की आवश्यता होती है , विश्लेषण और नीतिगत सहमति की भी आवश्यकता होती है।
उदाहरण के लिये, जब मैंने इजरायल के सम्बंध में मीडिया के भेदभावपूर्ण कवरेज की बात पर चर्चा की तो इसके पीछे मेरा उद्देश्य मीडिया की प्रतिष्ठा को क्षति पहुँचाना न होकर इसके तर्क समझने का प्रयास था और उन्हें उन मार्गों के बारे में बताना था जो कि इजरायल की सुरक्षा और कल्याण को लेकर चिंतित हैं । इसी प्रकार 2008 -09 में गाजा पर आपरेशन के दौरान मैंने न तो इजरायल के कार्य को न्यायसंगत ठहराया और न ही हमास की निंदा की वरन इजरायल की रणनीतिक अक्षमता Israeli strategic ineptitude की आलोचना की और साथ ही वैकल्पिक रुख alternative approach का प्रस्ताव भी किया।
बहस, प्रत्युत्तर , संसोधन , बचाव , विवाद और क्षमाप्रार्थी भाव की भी महत्वपूर्ण भूमिका है परंतु फोरम विजय का मार्ग ढूँढने में लगा है।