वाशिंगटन डी सी में इजरायल राजनीति के बारे में चर्चा होती है तो नेशनल रिव्यू आनलाइन ने विशेषज्ञों से प्रश्न किया ; " राष्ट्रपति चुनाव के वर्ष में तार्किक और उत्तरदायित्वपूर्ण इजरायल नीति क्या है?" अन्य आठ उत्तरकर्ताओं के उत्तर यहाँ देखें ।
मेरी दृष्टि में इजरायल को लेकर अमेरिका की नीति का दो प्रमुख आधार है।
नकारात्मक आधार पर दोनों देशों के समान शत्रु हैं और दोनों ही मध्य पूर्व से आने वाली समान समस्या से ग्रस्त हैं जो कि जनसंहारक हथियार, आतंकवाद, समुद्री डाकू, अराजकता, उत्पीडन , शरणार्थी, नशीली दवाओं की तस्करी, छल, तेल और गैस में बाधा उत्पन्न होना, अतिवादी विचारधारा, षडयंत्रकारी सिद्धांत इत्यादि। इसके साथ ही उनके शत्रु भी समान हैं। अमेरिकावाद का विरोध और सेमेटिक विरोध पहले चचेरे भाई हैं जो कि एक दूसरे के लिये मार्ग प्रशस्त करते हैं।
सकारात्मक रूप से , इसका निर्णय संयुक्त राष्ट्र संघ में मत, द्विपक्षीय व्यापार, बौद्धिक प्रभाव, मजहबी जुडाव, समान मूल्य के आधार पर हो सकता है , अमेरिका और इजरायल तार्किक रूप से विश्व का सबसे निकटतम सम्बंध है जिसे कि मैं अन्तरराष्ट्रीय राजनीति का पारिवारिक सम्बंध the family relationship of international politics कहता हूँ । इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है कि दोनों ही राज्य शायद ही एक दूसरे के मामलों में हस्तक्षेप से स्वयं को रोक पाते हों।
ये नकारात्मक और सकारात्मक बिंदु एक साथ स्वतः सिद्ध नीतिगत निष्कर्ष की ओर संकेत करते हैं , सहयोग , ऊर्जा की खोज , समान उद्देश्य की ओर कार्यरत रहो। ओबामा के विपरीत खुले रूप से मतभेद का प्रदर्शन न करे, दोनों नेतृत्व अपने मतभेदों को शांतिपूर्वक और प्रभावी ढंग से हल करें । सभी को यह घोषित करें कि दोनों सरकारें मूलभूत विषयों पर सहमत हैं और विभाजित नहीं हो सकती।
इसे अपनाकर देखिये आप देखेंगे कि किस प्रकार ईरान की परमाणु तैयारी से लेकर अरब उथल पुथल तक सभी कम भयानक दिखने लगेंगी।