ओबामा प्रशासन ने उचित निर्णय लिया था जब उन्होंने स्वयं को सीरिया के दुखद और भयानक ग्रह युद्ध से दूर रखा था | यह सच है कि इस लड़ाई से सैकड़ों लोगों ने अपनी जान गंवाई है और इतनी ही मात्रा में लोग विस्थापित हुए हैं | यह भी सच है कि सीरिया के लोगों के अनियंत्रित आप्रवास से यूरोप में गंभीर समस्या उत्पन्न हो गयी है | यह भी सच है कि कुर्द लोगों से सहानुभूति रखी जा सकती है| यह भी सच है कि बराक ओबामा ने मूर्खता का परिचय दिया था जब उन्होंने घोषणा की थी कि असद सरकार के रासायनिक हथियार के प्रयोग ने सीमा रेखा पार कर दी है और इस बारे में कोई कदम नहीं उठाया था |
इन सबके बाद भी यह निर्णय उचित था कि हस्तक्षेप न किया जाए क्योंकि ईरान और रूस के सहयोग से असद सरकार समर्थित शिया जिहादी पूरी तरह सउदी , क़तर और तुर्की के सहयोग से असद सरकार विरोधी सुन्नी जिहादियों से लड़ने में व्यस्त थे ; क्योंकि कुर्द भले ही सहायता की मांग कर रहे हों पर वे कहीं से भी सम्पूर्ण सीरिया पर नियंत्रण की स्पर्धा में नहीं हैं ; और क्योंकि अमेरिका में अब एक और मध्य पूर्व के युद्ध के लिए दम नहीं बचा है|
शायरात एयर बेस पर कुछ घंटों पहले लगभग 60 क्रूज मिसाइल के हमले से यही अंतरनिहित सन्देश है कि अमेरिका एक पक्ष के विरुद्ध दूसरे पक्ष का साथ दे रहा है जबकि वे दोनों ही पक्ष भयानक रूप से आक्रामक हैं | ( हालांकि शासन ने बहुतायत में लोगों को मारने में अपनी विनाशक शक्ति से अपनी भूमिका निभाई है क्योंकि इन लोगों की मौत न तो आई एस आई एस से हुई है और न ही अन्य शत्रुओं से )
मेरी नजर में यह सैन्य कार्रवाई एक भूल है | अमेरिका के संविधान में कहीं यह जरूरत नहीं बताई गयी है कि विश्व भर के हर युद्ध में अमेरिकी सेना को लड़ना चाहिए ; यह ऐसा युद्ध है जिसमें कि अमेरिका को अलग रहना चाहिए और संयुक्त राज्य के शत्रुओं को आपस में लड़ कर थक जाने देना चाहिए|
संयुक्त राज्य के अकूत संसाधनों को दो लक्ष्यों के लिए समर्पित करना चाहिए; सामान्य मानव के कष्ट को कम्बल और अन्य सहायता से दूर करना चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि शक्तिशाली पक्ष ( जो कि अभी शासन है) विजयी न हो सके और इसके लिए खुफिया तंत्रो के सहारे औरकमजोर पक्ष को हथियार ( सुन्नी विद्रोही ) देकर ऐसा किया जाना चाहिए
ट्रम्प को सीरिया के विरुद्ध हर प्रकार के प्रत्यक्ष आक्रमण को रोक देना चाहिए और इसके बजाय इसके शत्रुओं को अधिक प्रभावशाली से लड़ने के लिए सहयोग करना चाहिए|