4 जुलाई को अमेरिका में मिस्र के एक आप्रवासी ने जो कि यहूदियों के सम्बंध में व्यापक रूप से षडयंत्रकारी सिद्दांतों में विश्वास करता था और " इजरायल के विरुद्ध" अपनी घृणा के लिये जाना जाता था और सम्भवतः जिसके अल कायदा के साथ सम्पर्क थे उसने अस्त्र से सज्जित होकर लास एंजेल्स अंतरराष्ट्रीय विमान तल पर इजरायल एयर लाइन काउंटर पर आक्रमण किया और दो लोगों की हत्या कर दी।
यह स्पष्ट है कि हेशाम मोहम्मद अली हदायत ने यहूदियों को एक व्यस्त स्थान पर निशाना क्यों बनाया और इजरायल के विरुद्ध आतंकवाद में लिप्त क्यों हुआ?
परंतु एक महत्वपूर्ण संस्थान अमेरिकी सरकार का दावा है कि उन्हें हदायत के लक्ष्य का पता नहीं था। एफ बी आई के प्रवक्ता ने कहा, " कुछ भी नहीं है जो आतंकवाद की ओर संकेत करता हो" । एफ बी आई के एक और अधिकारी ने हदायत के सम्बंध में कहा, " ऐसा प्रतीत होता है कि वह वहाँ लोगों को मारने के आशय से गया था । हम यह जानने का प्रयास कर रहे हैं कि उसने ऐसा क्यों किया?" सम्भावित कारणों में कार्यक्षेत्र का विवाद और घृणा अपराध बताया गया।
यह सही है कि कानून प्रवर्तन संस्थाओं को जल्दबाजी में किसी निष्कर्ष पर नहीं आना चाहिये परंतु यह अनिर्णय का रुख बेकार है। यह एक स्थापित परिपाटी के अनुरूप है। न्यूयार्क शहर क्षेत्र में तीन आतंकवादी घटनाओं को देखें:
- राशिद बाज़. लेबनान का कैब चालक जिसे कि इजरायल और यहूदियों के प्रति घृणा के लिये जाना जाता था वह मार्च 1994 में अस्त्र से सज्जित होकर यहूदी निशाने की खोज में शहर भर घूमता रहा। उसे अपना शिकार मिल गया जब उसने हसीदिक बच्चों से भरी वैन को ब्रूकलिन पुल पर देखा और उन पर गोलियाँ बरसाईं और एक बालक को मार डाला।
और एफ बी आई ने इस अपराध को कैसे वर्गीकृत किया? "सडक पर गर्मागर्मी"। केवल जब मारे गये बच्चे की माँ ने इस गलत बयानी के विरुद्ध लगातार लडाई लडी तो अंत में ब्यूरो ने 2000में इस हत्या को पुनः वर्गीकृत किया और इसे "आतंकवादी का अपराध" बताया।
- अली हसन अबू कमाल. फ्लोरिडा के इस्लामी घेरे का फिलीस्तीनी बंदूकधारी फरवरी 1997 में एम्पायर स्टेट बिल्डिंग में बंदूक सहित चढ गया और सात लोगों पर गोली दागी जिसमें से एक की मौत हो गयी।
उसने अपनी आत्महत्या के नोट में अमेरिका पर आरोप लगाया कि वह इजरायल को फिलीस्तीनियों के विरुद्ध एक यंत्र के रूप में प्रयोग कर रहा है परंतु शहर के अधिकारियों ने इस साक्ष्य की अवहेलना की और अबू कमाल को ऐसे प्रस्तुत किया जो कि अकेले ऐसा कर रहा था और उसकी दशा ठीक नहीं थी। ( पुलिस कमिश्नर हावर्डसाफिर)या फिर " ऐसा व्यक्ति जिसके मन में न जाने कितने शत्रु थे" (मेयर रुडोल्फ गुलियानी)
गामिल अल बतूती. मिस्र के वायुयान के दूसरे पायलट ने केनेडी विमान तल पर अक्टूबर 1999 में विमान को गिरा कर 217 लोगों को मौत के घाट उतारने पर कहा "मैंने अपनी आस्था ईश्वर के हाथों में छोड दी है" ।मिस्र के दबाव में राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड ने एक बार भी बतूती के आतंकी आशय का उल्लेख करने से परहेज किया।
पिछले सितम्बर में हुई त्रासदी के बाद " विश्व बदल गया है" की तमाम लफ्फाजियों के बाद भी पश्चिम के अधिकारी आतंकवाद को छुपा रहे हैं।
दामिर इग्रिक. पिछले अक्टूबर में पूर्व युगोस्लाविया के क्रोट आप्रवासी ने बाक्स कटर से टेनेसे में एक बस चालक की गर्दन काट दी ताकि बस बेकाबू हो जाये जिसके चलते वह स्वयं और छह अन्य यात्री मारे गये। यद्यपि यह बस अपहरण इजरायल की बसों पर फिलीस्तीनी आक्रमण की याद दिलाता है परंतु एफ बी आई ने तत्काल इसे " अकेली घट्ना" बताया न कि आतंकी घटना। मीडिया ने इसे तनाव और अवसाद की स्थिति का परिणाम बताया।
हसन जंदूबी. एक इस्लामवादी जिसका सम्पर्क सम्भावित रूप से अल कायदा से था उसने टूलोस फ्रांस के बाहरी क्षेत्र में ए जेड एफ फर्टीलाइजर फैक्ट्री में कार्य आरम्भ कर दिया और उसके कुछ ही दिनों उपरांत पिछले 21 सितम्बर को वहाँ भीषण विस्फोट हुआ। यह फ्रांस के केमिकल प्रकल्प की सबसे बडी दुर्घटना है जिसमें कि जंदूबी और अन्य 29 लोग मारे गये , 2,000 लोग घायल हुए , 600 आवास नष्ट हो गये और 10,000 भवन ध्वस्त हो गये।
आटोप्सी से पता चला कि जंदूबी ने दो जोडे जुराब पहन रखे थे और चार जोडी जाँघिया जो कि माना जाता है कि इस्लामी उग्रवादी तब पहनते हैं जब वे युद्ध में या आत्मघाती मिशन पर जाते हैं। साथ ही केमिकल प्रकल्प अमोनियम नाइट्र्रेट की प्रक्रिया में था और यह एक स्थिर रसायन है जिसे कि ऊर्जा का काफी मिश्रण चाहिये जब इसमें विस्फोट होता है।
इन संकेतों की अवहेलना करते हुए फ्रांसीसी अधिकारियों ने घोषणा की कि इस बात का कोई साक्ष्य नहीं है कि विस्फोट कोई आतंकी घट्ना है और इसे एक दुर्घटना मात्र बताया। उन्होंने दो प्रकाशनों को केवल इसलिये दंडित किया कि उन्होंने जंदूबी को कट्टरपंथी इस्लामवादी कह दिया, और इसके लिये उन्हें जंदूबी के उत्तराधिकारियों, मस्जिद और एक मुस्लिम संगठन को जंदूबी को बदनाम करने के लिये हजारों डालर जुर्माना देना पडा ।
कार्य क्षेत्र का विवाद, घृणा अपराध, सडक की उत्तेजना, मानसिक स्थिति, अवसाद या तनाव , उद्योग दुर्घटना ऐसे वक्तव्य हैं जो कि इंकार हैं और इनके चलते आतंकवाद प्रतिरोध के प्रभावी स्वरूप को रोका जाता है। सरकारों के लिये अवसर आ गया है कि वे हम सभी के समान आतंकवाद को उसके सही नाम से पुकारें।