एथेंस – एक ओर जब पश्चिमी देश अपने लाखों अवैध आप्रवासियों को उनके देश वापस भेजने में असमर्थ दिख रहे हैं और वर्तमान संकट इटली में दिख रहा है तो ऐसे समय में ग्रीस के अधिकारियों ने एक अत्यंत आश्चर्यजनक और सरल मार्ग खोज लिया है कि इन आप्रवासियों को एक लम्बे रास्ते से वापस जाने के लिए समझाया जाए|
ग्रीस में आप्रवास संकट सुलग रहा था जबकि 10,000 अवैध लोग हर साल यहाँ आते थे | इसके बाद सीरिया में हिंसा के चलते और 2015 में जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल के मीठे शब्दों के चलते ग्रीस में अवैध ढंग से आने वालों की संख्या एक दिन में 10,000 हो गयी | तुर्की से आते हुए इन्होंने बिना किसी बाधा के जर्मनी और स्वीडन जैसे सर्वाधिक प्रिय स्थान को अपना मार्ग चुना |
असल में जब उत्तरी यूरोप की सीमाएं अधिक बोझ के चलते बंद हो गयीं तो 62,000 आप्रवासी ग्रीस में फंस गए ( आप्रवासियों के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ के अन्तराष्ट्रीय संगठन की सूची के अनुसार) | अपने पसंद की जगह में पंहुच पाने में असफल रहने पर उन्हें आर्थिक संकट से जूझ रहे ग्रीस में भी कोई सहानुभूति या कार्य नहीं मिल सका और उन्होंने तुर्की लौटने से भी मना कर दिया|
ऐसे समय में एथेंस में आप्रवासियों के अन्तराष्ट्रीय संगठन के निदेशक डेनियल एस्द्रास ने एक रचनात्मक रास्ता निकालकर फंसे हुए आप्रवासियों को इस बात के लिए प्रेरित किया कि वे कठिन मार्ग लेते हुए यूरोप के अपने स्वप्न को छोड़ दें , ऐसा स्वप्न जिसके लिए उन्होंने अपने समय, धन , स्वाभिमान का बलिदान करते हुए अपने जीवन तक को दाँव पर लगा दिया और यह सब छोड़कर उन्हेंअपने देश वापस लौटने को प्रेरित किया |
यह समाधान स्वाभाविक सोच के विपरीत है इसलिए इसे बहुत अच्छे से उदारतापूर्वक और सम्मान से देखा जाना चाहिये और उसके बाद ही इसे आगे विस्तार करने के बारे में सोचना चाहिए|
ऐसा अनुभव में आया है कि दिसंबर 2015 में होस्टल खोलने के बाद से वापसी करने वाले गरीब लोगों में ,80 प्रतिशत पुरुष, एक से तीन माह की प्रक्रिया से गुजरने के बाद ( जिसमें कि दूतावास के लोगों के साथ अत्यंत गहराई से लिया गया साक्षात्कार है) वापस जाने की व्यवस्था में आ गए |
क्लिष्ट अफसरशाही के बोझ से दबे नाम स्वैच्छिक वापसी और पुनःसम्मिश्रण के लिए पंजीकृत प्रवासी के सहयोग के लिए मुक्त केंद्र ( संक्षेप में ओ सी ए वी आर आर ) में होस्टल उन अवैध लोगों के लिए ( अधिक नजाकत से इसे " अनियमित" कहते हैं) मुफ्त में रहने की व्यवस्था करता है जो अपनी इच्छा से अपने मूल देश लौटने के लिए सहमत हो गए हैं ( युद्ध क्षेत्र जैसे लीबिया, सोमालिया, यमन , सीरिया और अफगानिस्तान के कुछ क्षेत्र को छोडकर) |
" मुक्त केंद्र" का अर्थ है कि इसमें निवासी ( जिसे यहाँ के कर्मचारी विनम्रता से " लाभार्थी" कहते हैं) अपनी इच्छा से प्रवेश कर सकते हैं और अपनी इच्छा से इसे छोड़ सकते हैं| एथेंस के अत्यंत कुलीन इलाके में स्थित यह अत्यंत आकर्षक है और यूरोप के वापसी कोष और ग्रीस सरकार के गृह मंत्रालय के सहयोग से बनाया गया है , इस मुक्त केंद्र में 120 आवासों की व्यवस्था एक समय में की गयी है जिसमें कि वातानुकूलित कमरे हैं , एक दिन में तीन बार खाना मिलता है और आधारभूत कपडे , स्वास्थ्य और दवाओं की व्यवस्था है तथा मनोवैज्ञानिक सलाह के साथ समाजसेवी भी हैं| इसमें वाई फाई , बड़ा सा टेलीविजन , घर बात करने के लिए टेलीफोन , चार लोगों पर एक टायलेट और 9 लोगों पर एक शावर है|
इस केंद्र के बाथरूम और फर्श को नियमित रूप से पोछे से साफ़ किया जाता है जिसके लिए सफाई वाले हैं , निवास करने वालों को केवल अपने बिस्तर और कपडे मुफ्त के साबुन से मुफ्त लांड्री में धोना होता है | परिवारों को निजी कमरे मिलते हैं| कुल नौ भाषाओं में अनुवाद करने वालों की व्यवस्था है | इस केंद्र के एक कर्मचारी ने मजाक में कहा कि पूरे एथेंस में केवल यही बिल्डिंग है जो पूरी तरह अग्नि शामक दल के ऊपर निर्भर है| उसके अनुसार इन वापसी करने वालों को एम्बुलेंस की सुविधा मेरे घर से पहले मिल जायेगी |
केंद्र के निवासियों को एक " निवास समझौते" पर हस्ताक्षर करने होते हैं| धूम्रपान, शराब, अतिथि और पालतू जानवर प्रतिबंधित हैं| कोई भी आपराधिक इतिहास , नशीली दवाओं की लत या फिर संक्रामक रोग वाले व्यक्ति को इसमें प्रवेश नहीं मिलता , इस केंद्र में आरम्भ में हथियारधारी सुरक्षा कर्मी और हवाई अड्डे की तरह मेटल डिटेक्टर इसकी सुरक्षा के लिए है|
जब मैं इस केंद्र में गया तो कुल 80 निवासियों में 79 मुस्लिम थे ( एक अन्य जार्जिया का ईसाई था) | सारा खाना हलाल का है | सभी टायलेट में पानी की व्यवस्था है | प्रार्थना कक्ष पूरी तरह मुसलमानों के उपयोग के लिए है और आगे के द्वार पर जो फ्रिज है उसमें रमादान उपवास करने वाले लोगों के लिए खाना है भले ही आश्चर्यजनक रूप से बहुत कम निवासी या तो उपवास पर हैं या प्रार्थना करते हैं|
इस केंद्र से सफल होने वाले 2, 200 वापसी करने वालों में लगभग 94 प्रतिशत ग्रीस छोड़कर अपने देश चले गए हैं| लौटते समय उन्हें 500 यूरो ( 750 अमेरिकी डालर) मिलता है और अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए 1,500यूरो ( घरेलू उपयोग का जानवर , टैक्सी और सिलाई मशीन सामान्य रूप से खरीदी जानी वाली चीजें हैं) का अश्वासन मिलता है| इस प्रकार प्रत्येक व्यक्ति पर 4,000यूरो खर्च होता है जो कि लम्बे समय तक अवैध आप्रवासी पर होने वाले कल्याण, बेरोजगारी , स्वास्थ्य और अन्य खर्च का 1 प्रतिशत से भी कम है |
अपने देश वापस भेजने की अंतर्निहित कठिन प्रक्रिया को सब्सिडी के आधार पर अधिक सुखद और सम्मानजनक बना देना हर ढंग से विजय की स्थिति है; निश्चय ही अवैध आप्रवास की समस्या से जूझ रहे पश्चिमी देशों के लिए इससे बहुत कुछ सीखने लायक और अपनाने लायक है ताकि अपनी परिस्थितियों के अनुकूल इसे ढाला जा सके| यह सही है कि अधिक संख्या वाले पूर्व अवैध आप्रवासी अपने देशों में अपना काम धंधा करेंगे |