क्यूबा में कुरान को अपमानित करने की घटना अभी पुरानी भी नहीं हुई थी कि मुस्लिम पब्लिक अफेयर्स काउंसिल ने कुरान के अपमान का विषय जनता की नजर में लाने का नया रास्ता ढूंढ लिया.मुस्लिम पब्लिक अफेयर्स की दो प्रेस रिलीज और एशोसिएटेड प्रेस तथा लॉस एंजेल्स टाइम्स द्वारा अज्जाबसरुद्दीन की कहानी को आगे बढ़ाने से इसे और बल मिला. अज्जाबसरुद्दीन ने औक्सफोर्ड यूनीवर्सिटी प्रेस के संस्करण का कुरान खरीदा .
अज्जाबसरुद्दीन जो कि लॉस एंजेल्स स्थित कैलीफोर्निया विश्वविद्यालय में मध्यपूर्व के विषय पर डॉक्टरेट कर रहीं हैं उन्होंने मैककीसपोर्ट पेन के वेल वेदर बुक स्टोर से मई में कुरान की कुछ प्रतियां खरीदने का प्रस्ताव किया .यह बुक स्टोर अमेजन डॉट कॉम के माध्यम से अपनी पुस्तकें बेचता है . अज्जाबसरुद्दीन के अनुसार कुरान की पुस्तक प्राप्त होने पर जब उन्होंने इसे खोला तो उसमें अंदर के पृष्ठ पर लिखा था “ मुसलमानों के लिए मौत .” अज्जाबसरुद्दीन ने अपनी प्रतिक्रिया कुछ यूं व्यक्त की .. “ मैंने पुस्तक छोड़ दी क्योंकि मुझे समझ में नहीं आया कि क्या करुँ, 11 सितंबर की घटना के बाद तो मानों मैं अपाहिज हो गई .दो हफ्ते के लिए भी अपना घर नहीं छोड़ सकती अब मुझे महसूस हो रहा है कि मानों डर वापस आ रहा है .दो दिनों तक इस पुस्तक के निकट भी न जा सकी . ऐसा लगा मानों मुसलमान होने के नाते मेरा अपमान हो रहा है .”
अज्जाबसरुद्दीन ने इस मामले में मुस्लिम पब्लिक अफेयर्स काउंसिल की सहायता ली जो लॉस एंजेल्स में कट्टरपंथी मुसलमानों की लॉबी का हिस्सा है . मुस्लिम काउंसिल ने अमेजन के मुख्य कार्यकारी जेफ बेजोस से संपर्क किया और इस्लाम की आदत के अनुकूल कुछ आदेश पारित कर दिये कि मामले की जांच हो , इस घटना की सार्वजनिक निंदा की जाए , मुस्लिम काउंसिल को आर्थिक सहायता देते हुए ऐसे व्यवहारों पर रोक लगाने के लिए नीति बनाई जाए . शुरु में तो अमेजन ने केवल इस घटना के कारण हुए कष्ट के लिए माफी भर मांगी इसके बाद मुस्लिम काउंसिल ने 18 मई को दक्षिणी कैलीफोर्निया के इस्लामिक सेंटर में प्रेस कांफ्रेंस कर अमेजन पर और दबाव बनाया . इस प्रचार ने अपना काम किया .अमेजन के निगम समन्वय के निदेशक पैटी स्मिथ ने इस मामले को झटका देने वाला बताते हुए अपनी कंपनी को इस मामले से अलग कर लिया .उन्होंने ने कहा कि यह कुरान वेल वेदर बुक्स से खरीदी गई है न कि अमेजन से . उन्होंने व्याख्या की कि यह हमारा आविष्कार नहीं है .ग्राहक ने प्राथमिक तौर पर हमसे यह पुस्तक नहीं खरीदी . यह तीसरे व्यक्ति द्वारा उपयोग की हुई पुस्तक थी . इसके बाद भी उन्होंने माफी मांगी , अज्जाबसरुद्दीन को मुआवज़ा देने की बात की और इस बात का आश्वासन दिया कि कुरान को विकृत करने वाले कर्मचारी को बर्खास्त कर दिया जाएगा .उन्होंने इस बात को भी सुनिश्चित किया कि कुरान की बिक्री अमेजन वेल वेदर के माध्यम से नहीं करेगा . यदि भविष्य में ऐसी समस्या उत्पन्न हुई तो वेल वेदर को अमेज़न से हटा दिया जाएगा.
इसके बाद वेल वेदर के स्वामी रिचर्ड रॉबर्टस ने अपनी प्रतिक्रिया दी और इस बात से इंकार किया कि उनके कर्मचारियों ने पुस्तक को विकृत किया तथा यह भी रेखांकित किया कि बार- बार बिकने वाली पुस्तकों में कुछ न कुछ लिखा ही रहता है .उनके कर्मचारी प्रतिदिन चार सौ पुस्तकें बेचते हैं इसलिए सबका बारीक निरीक्षण संभव नहीं है . उसने अज्जाबसरुद्दीन से माफी मांगते हुए कहा कि यदि कोई कर्मचारी कुरान को विकृत करते हुए पाया गया तो उसे बर्खास्त कर दिया जाएगा और उस पुस्तक के स्थान पर नई पुस्तक दी जाएगी . लॉस एंजेल्स टाइम्स के शब्दों में एक ऐसे अधिकारी की नियुक्ति का आश्वासन दिया गया जो आने वाली और बेची जाने वाली पुस्तकों की गुणवत्ता की सघन जांच करेगा .
मुस्लिम काउंसिल ने इन छूटों पर विशेष उत्साह नहीं दिखाया .”हम अमेजन डॉट कॉम के आभारी हैं कि उन्होंने वेल वेदर के साथ अपने संबंधों को स्थगित कर दिया है परंतु उन्हें ऐसे घृणित कार्यों की खुल कर आलोचना करनी चाहिए और सक्रियतापूर्वक ऐसे कदम उठाने चाहिए जिससे लोग धार्मिक सहिष्णुता के प्रति जागरुक हों .." मुस्लिम काउंसिल ने अपने सहयोगियों को निर्देश दिया कि अमेजन से संपर्क कर इस मामले का समाधान करें और सुनिश्चित करें कि ऐसी घटना फिर न हो .इसका अर्थ हुआ.
1. किसी घृणित वक्तव्य के साथ मुसलमानों को लक्ष्य करके पवित्र पुस्तक को अपमानित करने के प्रयास की सार्वजनिक निंदा हो .
2. वेलवेदर बुक के साथ संबंध समाप्त हों
3. धार्मिक सहिष्णुता बढाने वाले शैक्षिक कार्यक्रमों का सहयोग और उनकी आर्थिक सहायता .
टिप्पणियां – न्यूज़ वीक की तुलना में यह घटना अधिक महत्व की नहीं है .
1. मुस्लिम काउंसिल ने इस बात का कोई उल्लेख नहीं किया कि अज्जाबसरुद्दीन सामान्य ग्राहक नहीं है. तीस वर्षीय अज्जाबसरुद्दीन इस्लामिक इंस्टीट्यूट ऑफ ह्यूमन राईट्स से जुड़ी है जो कि वासिम नसर की अध्यक्षता में चलता है . नसर न्यूयार्क में काउंसिल ऑन अमेरिकन इस्लामिक रिलेश्न्स का प्रमुख है . अज्जाबसरुद्दीन ने 11 सितंबर की घटना को मुसलमानों द्वारा अमेरिका के अपमान के रुप में नहीं लिया था वरन् अमेरिका द्वारा मुसलमानों के अपमान के परिणाम के रुप में लिया था .
2. मुस्लिम काउंसिल ने इस बात का जिक्र भी नहीं किया कि अज्जाबसरुद्दीन ने पहले से प्रयोग की गई कुरान खरीदी थी न कि नई कुरान. उपयोग की हुई पुस्तक खरीदने वाला विक्रेता यह अपेक्षा नहीं करता कि उसका पहला मालिक किताब को दुरुस्त करके देगा.
3. यह भी संयोग है कि कुरान का यह मामला न्यूज़ वीक और ग्वांटानामों विवाद का समकालीन है . इस बात पर आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि अज्जाबसरुद्दीन भी सात अन्य मुस्लिम अमेरिकियों की भांति झूठा मामला बना रही है या फिर सीएआईआर की भांति मुस्लिम विरोधी वातावरण का कृत्रिम तरीके से निर्माण कर रही है .
4. यदि मुसलमानों ने इस बात पर जोर दिया कि कुरान को बेचने से पहले उसकी पवित्रता का निरीक्षण किया जाए तो लोग उसे बेचना बंद कर देंगे .
5. जिस प्रकार अज्जाबसरुद्दीन और मुस्लिम काउंसिल के मामले ने दिखाया है कि मुसलमान किसी भी गैर – मुसलमान पर बिना सबूत के धर्म द्रोह का आरोप लगा देता है तो उससे पाकिस्तान के धर्म द्रोही कानून की याद आ जाती है जिसे 2000 में वर्ल्ड काउंसिल ऑफ चर्चेज़ ने अल्पसंख्यकों से बदला निकालने के प्रमुख हथियार के रुप में बताया था. अमेरिका में तो जीस जैक्सन जैसे लोग धर्मद्रोह की शिकायत करने का पूरा उद्योग ही चला रहें हैं.
6. अमेजन द्वारा वेल वेदर के माध्यम से कुरान बेचने पर पाबंदी एक प्रतीकात्मक सज़ा है ल्किन क्या किसी अन्य पुस्तक को विकृत करने पर भी यही सज़ा दी जाएगी.
7. यह घटनाक्रम इस बात का उदाहरण है कि किस प्रकार मुस्लिमसंगठन धीरे – धीरे इस्लाम के लिए विशेषाधिकार प्राप्त करने की चेष्टा कर रहे हैं . स्टीफन स्क्वार्ज ने बार – बार दोहराया है कि यदि इस्लाम को अमेरिका में फलना – फूलना है तो उसे अमेरिका की तरह बनकर रहना होगा.
8. अमेजन को मुस्लिम काउंसिल को दृढ़ता पूर्वक उसकी मांगें मानने से इंकार कर देना चाहिए.वेल वेदर के अमेजन पर कुरान बेचने के अधिकार को फिर से बहाल करना चाहिए साथ ही न तो मुस्लिम काउंसिल को कोई मुआवज़ा देना चाहिए और न ही घटना की सार्वजनिक निंदा करनी चाहिए.