कुछ अवसरों पर विश्वविद्यालय परिसरों में मेरी बात-चीत वामपंथियों और इस्लामवादियों को मेरे विरोध का अवसर प्रदान कर देती है . अपनी प्रिय शब्दावली नस्लवादी से वे मुझे आरोपित करते हैं . उदाहरण के लिए इसी वर्ष रोयेस्टर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में Stand Up To Racism Rally विषय पर मेरे भाषण के बाद डार्थमाउथ कॉलेज में मुझे आप्रवासी मुसलमानों की नस्ल का विरोधी बताया गया तथा मुस्लिमविरोधी नस्लवादी बताते हुए टोरन्टों विश्वविद्यालय में मेरे विरुद्ध पत्रक वितरित किए गए .
मुस्लिमविरोधी नस्लवाद ? यह अलंकार मुझे काफी परेशान करता है . इस्लाम एक ऐसा धर्म है जिसमें सभी नस्लों और वर्णों के लोग उसके समर्थक हैं, ऐसे में नस्ल का विषय पूरे चित्र में कहां आता है . शब्दकोश भी इस बात से सहमत हैं कि नस्लवाद का संबंध नस्ल से है धर्म से नहीं.
- American Heritage – इसका सिद्धांत है कि नस्ल मानव स्वभाव और योग्यता में विभिन्नता से संबंधित है तथा यह कि एक नस्ल दूसरे नस्ल से श्रेष्ठ है . भेदभाव और पूर्वाग्रह नस्ल पर आधारित है .
- Merriam Webster- इसका सिद्धांत है कि नस्ल मानव के लक्षण और क्षमता को निर्धारित करने वाला प्रमुख तत्व है तथा नस्लीय विभिन्नता में ही दूसरे नस्ल से श्रेष्ठ होने की भावना अंतर्निहित होती है.
- Oxford – इसका सिद्धांत है कि प्रत्येक नस्ल में कुछ अलग विशेषतायें , योग्यताएं या लक्षण होते हैं . इससे ही दूसरी नस्ल के प्रति भेदभाव या विरोध होता है .
यहां तक कि 2001 में डरबन में आयोजित कुख्यात संयुक्त राष्ट्र संघ नस्लविरोधी सम्मेलन ने भी स्पष्ट रुप से इसी परिभाषा को स्वीकार किया था जब उसने किसी ऐसे सिद्धांत को अस्वीकार करने की बात की थी जो नस्लीय श्रेष्ठता के भाव पर आधारित हो कर विशेष मानव नस्ल के अस्तित्व की बात स्वीकार करता है . इसलिए यह बात समझ लेनी चाहिए कि नस्लवादी शब्दावली मेरे ऊपर सटीक नहीं बैठती क्योंकि न तो मैं विश्वास करता हूं कि नस्ल के आधार पर क्षमता निर्धारित होती है और न ही यह कि कुछ नस्लें शेष नस्लों की अपेक्षा अधिक क्षमतावान हैं. इसके अतिरिक्त मेरे लेखन या भाषणों में कहीं भी नस्ल से जुड़े विषयों का उल्लेख नहीं होता . इसका अर्थ यह हुआ कि नस्लवादी शब्द का उपयोग वामपंथी और इस्लामवादी केवल अपमानित करने के लिए करते हैं और वास्तव में उसकी और कोई सार्थकता नहीं है . इस शब्द का क्रमश: विकास तो स्थिति को और भी जटिल करता है .
नस्लवाद को धीरे- धीरे शब्दकोश में इसके वास्तविक अर्थ से परे प्रयोग किया जाने लगा है . लंदन स्थित प्रभावशाली इंस्टीट्यूट ऑफ रेश रिलेश्नस के निदेशक ए . शिवानंद नए नस्लवाद की अवधारणा को आगे बढ़ा रहे हैं जो आप्रवासियों से संबंधित है न कि नस्लवाद से . –यह ऐसा नस्लवाद है जो भूतपूर्व उपनिवेशवादी क्षेत्रों में अश्वेतों के लिए प्रयोग होने वाले नस्लवाद से भिन्न है. यूरोप द्वारा अपने मूल स्थानों से हटा दिए गए लोग हैं जो अपने क्षेत्र से , अपनी जड़ों से कटकर पश्चिमी यूरोप के दरवाजों पर दस्तक दे रहे हैं. यह ऐसा नस्लवाद है जिसमें रंग की कोई भूमिका नहीं है और जो गरीब श्वेतों की ओर भी उन्मुख है इसलिए इससे विदेशियों और अपरिचितों को लेकर एक स्वाभाविक भय का भाव व्याप्त हो गया है .
ऑस्ट्रेलिया में एक आधिकारिक निबंध प्रस्तुत हुआ जो कि सांस्कृतिक नस्लवाद की दिशा में जाता है .इस निबंध के अनुसार आधुनिक युग में नस्लवाद के साथ एक भाव सन्निहित है कि कुछ जातियों और धर्मों की संस्कृति , मूल्य और आचार इतने भिन्न हैं कि उनसे सामूहिक मूल्यों और सामाजिक संश्लेषण को ही खतरा उत्पन्न हो गया है .
एक नस्लवाद नस्लीय स्वतंत्रताओं से पूरी तरह स्वतंत्र है जो मुसलमानों पर प्रयोग हो सकता है . आई .आर.आर की लिज फेकेट ने खोज निकाला है कि आतंकवाद के विरुद्ध युद्ध से मुस्लिमविरोधी नस्लवाद उभर रहा है जो विधानों , नीतियों तथा आतंकवाद प्रतिरोधी उपायों में प्रयोग में आ रहा है . उनका यह भी कहना है कि फ्रांस के स्कूलों में हिजाब पर प्रतिबंध मुस्लिमविरोधी नस्लवाद का ही उदाहरण है . आई आर.आर में अन्य लोगों का कहना है कि मुसलमान तथा अन्य लोग जो मुसलमानों की भांति दिखते हैं वे सभी नई नस्लवाद के शिकार हैं.
इसी प्रकार संयुक्त राष्ट्रसंघ में पिछले दिनों संपन्न इस्लामोफोबिया सम्मेलन में न्यूयार्क के अबीसिनियन बैपटिस्ट चर्च के रेवरेंड क़ॉलविन बट्स 3 ने कहा कि “ मुसलमान इसे पसंद करें या न करें लेकिन नस्लवादी अमेरिका में मुसलमान एक रंग में रंग दिए गए हैं. वे आपको रंग के नाम से नहीं पुकारेंगे लेकिन वे आपको आतंकवादी कहेंगे .” रेवरेन्ड बट्स के लिए आतंकवाद प्रतिरोध नस्लवाद के समान है . जब कोलारेडो के रिपब्लिकन टाम टानक्रेडो ने पहले हमला कर सुरक्षित रहने की नीति के अंतर्गत पवित्र इस्लामी स्थलों पर बम हमले का विचार व्यक्त किया तो डेनवर में मुस्लिम नेता गेरॉल्ड मोहम्मद ने इस वक्तव्य को नस्लवादी करार दिया .
नस्लवादी विरोध और नस्लीय श्रेष्ठता की भावना विनम्र समाज में क्षीण हो जाती है . कुछ राजनीतिक दल नस्लवाद के अर्थ को खींचकर उन राजनीतिक निर्णयों तक ले जाते हैं जो आप्रवासियों की बढ़ती आमद से चिंतित हो कर उठाये जाते हैं या अपनी संस्कृति के प्रति चिंतित हो कर उठाए जाते हैं या फिर कट्टरपंथी इस्लाम से भयभीत हो कर आतंकवाद प्रतिरोध के लिए उठाए जाते हैं. इस प्रकार राजनीतिक मतभेदों को अमान्य करने के प्रयासों को अस्वीकार किया जाना चाहिए . नस्लवाद केवल नस्ल से जुड़े मुद्दों को इंगित करता है न कि आप्रवासी , संस्कृति , धर्म , विचारधारा , कानून प्रवर्तन या सैन्य रणनीति को .