नेशनल रिव्यू आनलाइन ने पूछा , ‘ लन्दन में असफल आतंकवादी षड़यन्त्र के सम्बन्ध में अमेरिकी क्या सोचते हैं’. आर.पी.एडी, फ्रैंक गाफनी, विक्टर डेविड हानसन, टाम जोकिलन, हीदर मैकडोनल्ड और जेम्स राबिन्सन की प्रतिक्रियायें यहां देखें -
1 - अनेक विचार मन में आते हैं- कल के विफल आतंकी षड़यन्त्र और उससे उत्पन्न मीडिया उन्माद मेरी उस बात की पुष्टि करता है जो मैंने 11सितम्बरोत्तर अति आत्मविश्वास की चेतावनी के रूप में कहा था, क्योंकि इसमें मृत्यु भले न हुई हो पर व्यापक तौर पर लोगों का ध्यान इस ओर गया है. इसके अतिरिक्त इसने राष्ट्रपति बुश को इस्लामी फासिस्ट के साथ युद्ध का सन्दर्भ देकर नया मार्ग अपनाने को प्रेरित किया है.
2 - विमान एक कालबाह्य लक्ष्य है क्योंकि यात्रियों की स्क्रीनिंग या निकट से देखने की तकनीक के चलते खतरा पकड़ में आ जाता है. जैसे ही आतंकवादी नई तकनीक ईजाद करते हैं (बाक्स कटर, जूता बम या तरल पदार्थ ) सुरक्षा बल उन्हें भाँप जाते हैं. (किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिये यदि पुलिसकर्मी सृजनात्मकता में अपराधियों से पीछे हैं). इसके विपरीत मैड्रिड, लन्दन और मुम्बई की ट्रेन , पारपथ और बसों में वे आसानी से प्रवेश कर सकते हैं जहाँ नियन्त्रण इतना कड़ा नहीं है.
3 - इस प्रकार के विशाल आतंकी षड़यन्त्र या इससे पहले टोरन्टो में 17 आतंकवादियों की गिरफ्तारी कहीं आसानी से और व्यापक रूप से पकड़ में आ गयी बनिस्बत एक या दो लोगों के छोटे आतंकी षड़यन्त्र से. अक्टूबर 2002 में वाशिंगटन डीसी में आतंकित करने वाला बेल्टवे स्निपर इसके ठीक उलट उदाहरण है.
4 - व्यक्तिगत आधार पर एक लेखक जो विमान में अपने समय का उपयोग करता है इस कारण मुझे चिन्ता है कि यांत्रिक सामानों पर स्थाई रूप से प्रतिबन्ध लग जायेगा और मुझे अपनी विमान सारिणी पर फिर से विचार करना पड़ेगा.