इस बात पर ध्यान दें कि शीर्षक " मैं मिट रोमनी को मत क्यों दे रहा हूँ" क्यों नहीं है? ऐसा इसलिये है कि अमेरिका के दो प्रमुख दल डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन परस्पर विरोधी स्वरूप के हैं और आप उनमें से किसी एक को मत देते हैं न कि व्यक्तित्व को। राष्ट्रपति पद का प्रत्याशी टीम का कप्तान है परंतु इसके अन्य खिलाडी स्वायत्तता के साथ कार्य करते हैं । पिछ्ले पचास वर्षों में इन दलों के मध्य दार्शनिक विभाजन में और तीव्रता आयी है जिसे कि मैं ( अन्य अधिक पर्यवेक्षकों से विपरीत ) सकारात्मक घटनाक्रम मानता हूँ ।
मैं रिपब्लिकन को मत देता हूँ क्योंकि मैं इस दल के मुख्य सदेश व्यक्तिवाद , देशभक्ति तथा परम्परा के प्रति सम्मान का समर्थन करता हूँ जबकि इसके विपरीत डेमोक्रेट का निर्भरता , आत्मालोचन तथा " विकास" का संदेश है। मैं अमेरिका के संविधान के वास्तविक पाठ से प्रेरित हूँ , जिसमें कि व्यक्तिगत स्वतंत्रता और अमेरिका के अपवादवाद का आदर्श है। मैं छोटी सरकारों , राज्य को अधिकारों की वापसी , एक शक्तिशाली सेना तथा राष्ट्रीय हितों के लिये आग्रही रूप में कार्य किये जाने के लिये मत दे रहा हूँ ।
और मेरे विशेष मुद्दे मध्य पूर्व और इस्लामवाद पर रिपब्लिकन ने लगातार डेमोक्रेट को पछाडा है। व्यापक मत सर्वेक्षण और कांग्रेस सदस्यों के कार्यव्यवहार ने इस परिपाटी को स्थापित किया है जिसमें कि अरब इजरायल संघर्ष का मुद्दा है साथ ही ऐसा ही भेद अन्य विदेशी नीति के मुद्दों पर भी देखने को मिलता है , जैसे कि ईरान द्वारा परमाणु क्षमता प्राप्त करना , ऊर्जा नीति तथा अरब में उथल पुथल । नयी अधिनायकवादी विचारधारा इस्लामवाद के संदर्भ में डेमोक्रेट ने उल्लेखनीय रूप से नरमी दिखाई है, जैसा कि इससे पूर्व उन्होंने कम्युनिस्टों के मामले में किया था।
अंत में मुझे इस बात की चिंता है कि बराक ओबामा पहले कार्यकाल की अपेक्षा अपने दूसरे कार्यकाल में अधिक क्षति पहुँचायेंगे, जो कि ओबामाकेयर के द्वारा सिद्ध होता है कि आरम्भ हो चुका है , इसके आरम्भ होने के साथ ही मैंने कहा था, " राज्य और व्यक्ति के सम्बन्धों का मूलभूत पुनर्गठन है जैसा कि पिछली शताब्दी में वोडरो विल्सन , फ्रैंकलिन रूसवेल्ट और लिंडन जोनसन के मामले में हुआ था"
और इसलिये मैं सीधे सीधे रिपब्लिकन को मत दे रहा हूँ और अपने पाठकों से भी ऐसा ही करने को कहता हूँ ।