मिट रोमनी ने सामान्य तौर पर मध्य पूर्व speech today on the Middle East के सम्बन्ध में शानदार भाषण दिया। उन्होंने समझदारीपूर्वक बेनगाजी को लेकर ओबामा प्रशासन की धूर्त नीति की आलोचना की , इजरायल के साथ खुले आम मतभेद प्रदर्शित करने की आलोचना की, तेहरान को लेकर इसके निष्प्रभावी कदम पर निशाना साधा और साथ ही सैन्य खर्चे में कटौती का मुद्दा भी उठाया। अत्यंत न्यायसंगत ढंग से उन्होंने "मध्य पूर्व में कार्य व्यवहार में परिवर्तन का आह्वान किया"
परंतु तीन विशेष मुद्दों को लेकर मुझे चिंता है।
पहला, रोमनी की नीति के विचार में इस क्षेत्र को लेकर जार्ज डब्ल्यू बुश द्वारा अपनायी गयी असफल नीतियाँ प्रतिध्वनित होती हैं। साथ ही अफगानिस्तान, इराक और " फिलीस्तीन" को लेकर आशावाद भी झलकता है और यह वही भाषा है जिसे बुश ने अपनाया था। उदाहरण के लिये, लगभग ठीक नौ वर्ष पूर्व almost exactly nine years ago उन्होंने भविष्यवाणी की थी , " एक मुक्त इराक समस्त मध्य पूर्व में स्वतंत्रता का उदाहरण सिद्ध होगा" । मुझे रोमनी की घोषणा में उसी की छाया दिखती है जब वे कहते हैं कि मध्य पूर्व में, "स्वतंत्रता और तानाशाही , न्याय और उत्पीडन , आशा और निराशा के मध्य संघर्ष है और उनका उद्देश्य मिस्र में लोकतांत्रिक संस्थाओं की स्थापना है उनका स्वप्न एक लोकतांत्रिक , समृद्ध फिलीस्तीन है जो कि शान्ति और सुरक्षा के साथ इजरायल के साथ निवास करे" ये सभी नारे हैं न कि गम्भीर नीति।
दूसरा, बेनगाजी पर आक्रमण के अपवाद को छोडकर रोमनी ने कहीं भी इस्लाम, इस्लामवाद या जिहाद का विशेष उल्लेख नहीं किया। इसके बजाय उन्होंने कहा, "आतंकवादी जो कि अपनी अंधकारपूर्ण विचारधारा थोपने के लिये हिंसा का उपयोग करते हैं" और ऐसा करते हुए उन्होंने सही मुद्दे से किनारा कर लिया और साथ ही आगे आने वाली समस्या से भी।
तीसरा, सीरिया के मामले में उलझने की उनकी तैयारी मुझे चिंतित करती है। वैसे तो कोई भी शायद ही रोमनी के इस आह्वान से असहमत हो कि, " विरोधी पक्ष के उन सदस्यों को पहचान कर उन्हें संग़ठित किया जाये जो कि हमारे मूल्यों के साथ हैं और इस बात को सुनिश्चित किया जाये कि उन्हें वह शस्त्र मिलें जो उनके लिये आवश्यक हैं" विरोधी पक्ष के ऐसे मित्र सदस्य कुछ हैं । सक्रिय तौर पर रोमनी तुर्की सहयोगी इस्लामवादियों को अस्त्र शस्त्र से सम्पन्न करना चाहते हैं जो कि दीर्घकालिक रूप से ईरान समर्थक असद शासन से भी अधिक भयानक सिद्ध हो सकता है।
मुझे आशा है कि कार्यकाल में रोमनी जार्ज डब्ल्यू बुश काल के भ्रम को और मथेंगे न कि उनकी पुनरावृत्ति करेंगे।