यह एक भव्य अवसर होता है जब इजरायल के नये प्रधानमन्त्री वाशिंगटन की उद्घाटन यात्रा करते हैं. वे परम्परागत ढंग से राष्ट्रपति से भेंट करते हैं , कांग्रेस के संयुक्त अधिवेशन को सम्बोधित करते हैं, विविध टेलीविजन शो में भाग लेते हैं, प्रभावशाली दर्शकों से बात करते हैं और अग्रणी लोगों से व्यक्तिगत तौर पर परामर्श करते हैं. व्यक्तित्व, भव्यता और सार्थकता के मिश्रण से दो सरकारों के प्रमुख कार्यवाहक सम्बन्ध स्थापित करते हैं. अमेरिका और इजरायल के सम्बन्धों को परिष्कृत किया जाता है और अरब-इजरायली संघर्ष के मुद्दों का पनरीक्षण होता है.
येहुद ओलमर्ट की प्रस्तावित यात्रा का प्रमुख मुद्दा ‘ एकीकृत योजना’ है जो 2005 के मध्य में गाजा की वापसी की निरन्तरता है जिसमें पश्चिमी तट से इजरायल के नागरिकों और सैनिकों को और भी बड़ी मात्रा में हटाया जाना है.
डेविड माकोवस्की ने वाशिंगटन इन्स्टीट्यूट फार नियर ईस्ट पालिसी के अध्ययन Olmert's Unilateral Option: An Early Assessment में इस दूरगामी परिणाम वाली योजना के अनेक पहलुओं को समेटा है. इस योजना के अनुसार-
इजरायल के सुरक्षा घेरे को पश्चिमी तट के साथ सीमा की आधार रेखा माना जायेगा जिसका 92% क्षेत्र फिलीस्तीनी अथॉरिटी के नियन्त्रण में आयेगा. इजरायल तीन रिहाइशी क्षेत्रों(गश एतजिओन, माले अडुमिम और एरियल) को अपने पास रखेगा जिसमें अनुमानत: 1 लाख 93 हजार लोग होंगे और लगभग 60,000 इजरायली नागरिकों को पश्चिमी तट से 2010 तक हटा दिया जायेगा आवश्यक हुआ तो बल प्रयोग से. जेरूसलम के अरब पड़ोसियों को पश्चिमी तट में शामिल कर लिया जायेगा और इस शहर की अरब जनसंख्या घटकर 1 लाख 40,000 रह जायेगी. इस योजना में जानबूझकर भविष्य में इजरायली सेना की उपस्थिति का विषय नहीं उठाया गया है.
अपने स्वरूप में इजरायल की योजना एकतरफा हो सकती है परन्तु माकोवस्की का मानना है कि एकतरफा नीति के लिये भी बातचीत की आवश्यकता होती है. इसलिये अपनी प्रस्तावित यात्रा में ओलमर्ट वापसी के लिये अमेरिका का कूटनीतिक और आर्थिक सहयोग चाहेंगे. यह सहयोग अवश्यंभावी है क्योंकि इजरायल की राज्य क्षेत्र से वापसी का अमेरिका ने कभी विरोध नहीं किया है.
परन्तु इससे पूर्व कि राष्ट्रपति और कांग्रेस ओलमर्ट की पहल पर मुहर लगा दें उन्हें सेन्टर फॉर सिक्यूरिटी पॉलिसी की कैरोलिन ग्लिक की रिपोर्ट के उन महत्वपूर्ण पहलुओं पर भी विचार करना चाहिये जिसमें योजना के अमेरिका पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों का विवरण दिया गया है.
ग्लिक सचेत करती हैं कि ओलमर्ट की योजना इजरायल और जार्डन को अस्थिर कर अमेरिका की सुरक्षा के लिये खतरनाक हो सकती है.
एक पीड़ादायक वर्णन में वे लिखती हैं कि किस प्रकार 2005 में गाजा से इजरायल की वापसी ने फिलीस्तीनी अरब समाज को कट्टर बनाया, गाजा अराजकता में गिर गया, वैश्विक आतंकवादी शक्तियों के लिये इसके रास्ते खुल गये , इजरायल के राष्ट्रीय आधारभूत ढाँचे को नुकसान पहुँचाया, इजरायली सेना के साथ जुड़कर फिलीस्तीनी हथियारों के निर्माण में सहयोग किया और मिस्र के साथ इजरायल के लिये नई समस्यायें खड़ी कर दीं.
इसी प्रकार वे पुन: भविष्यवाणी करती हैं कि फिलीस्तीनी अथॉरिटी को राज्यक्षेत्र सौंपने से पश्चिमी तट अस्थिर होगा, इजरायल को क्षति होगी और जार्डन हाशेमाइट के लिये सीधा खतरा उत्पन्न होगा. ये क्षतियाँ अमेरिका पर भी नकारात्मक प्रभाव डालेंगी.
- इजरायल और जार्डन में रखी अमेरिका की सैन्य सम्पत्ति को खतरा उत्पन्न होगा.
- फिलीस्तीनी अरब आतंकवादियों को प्रायोजित करने वाले राज्यों की प्रतिष्ठा बढ़ेगी.
- इससे अमेरिका के विरूद्ध युद्ध करने वाले आतंकवादी गुट हमास संचालित फिलीस्तीनी अथॉरिटी , सीरिया, ईरान और हिजबुल्लाह के साथ प्रशिक्षण , ऱणनीतिक और सूचना परक युद्ध में तल्लीन होंगे.
- इजरायल और जार्डन के रास्ते ईराक को जाने वाली अमेरिकी सेना को भयभीत किया जायेगा.
- ईराक में अमेरिकी सेना के साथ लड़ने वाले आतंकवादियों को पश्चिमी तट में प्रशिक्षण देकर शिविर चलाने का मौका मिलेगा.
- इससे कमजोरी का प्रदर्शन होगा कि अमेरिका इजरायल का एजेन्ट है.
- इस्लामवादी और जिहादी विजय से पुरस्कृत होंगे.
1950 से अमेरिकी प्रशासन ने सदैव इजरायली सरकार को अपने राज्यक्षेत्र से वापस होने को प्रोत्साहित किया है और मेरी अपेक्षा है कि यह परिपाटी जारी रहेगी. परन्तु ध्यान देने योग्य तथ्य यह है कि सीनेटर चाल्स शूमर और जेस हेल्थ सहित कांग्रेस के सदस्यों ने जेरूसलम द्वारा अधिक भूमि देकर अपनी सुरक्षा को खतरे में डालने पर चिन्ता प्रकट की है. क्या प्रशासकीय शाखायें इसी प्रकार सचेत नहीं होंगी.
सभी आशाओं के विपरीत दिसम्बर 2000 में मैंने क्लिंटन प्रशासन से अपील की थी कि वे अपने सहयोगी की पीठ राज्यक्षेत्र में छूट देने जैसे तरीकों से न थपथपायें. आज मैं बुश प्रशासन से अपील करता हूँ कि वे स्वीकार करें कि गाजा वापसी के कैसे परिणाम हुये हैं. इजरायल की एक और वापसी के आसान आकर्षण से बचकर उससे परे पश्चिमी तट से इजरायल की एकतरफा वापसी के अमेरिका और जार्डन पर पड़ने वाले प्रभावों को भी देखना चाहिये.
16 मई 2006 अपडेट - अमेरिका की नीति के सम्बन्ध में मेरे विचार पर जिन पाठकों को आश्चर्य हो रहा है वे मेरे लेखविजय से बचता इजरायल और कैसे जीत सकता है इजरायल देखें.