हिस्ट्री न्यूज नेटवर्क की प्रस्तावना :
डोनाल्ड ट्रम्प के पहले 100 दिनों में अभी तक विभूषित जनरल माइकल फ्लिन को सुरक्षा खुफिया विभाग पर नियुक्त किया जाना और फिर उन्हें उस पद से हटाया जाना , ब्रेटबार्ट समाचार के पूर्व प्रमुख स्टीव बेनन का प्रशासन पर पूरी तरह छा जाना , रूस के साथ संबंधों में धीरे धीरे गिरावट आना , सीरिया में बमबारी , ओबामाकेयर को बदलने का असफल प्रयास तथा आप्रवासियों के कुछ समूहों पर प्रतिबन्ध लगाने के दो असफल प्रयास ही नए शासन के प्रमुख कार्य के रूप में सामने आये हैं| इनमें से कोई भी वह नहीं है जिसका वादा ट्रम्प ने किया था | यदि उनके उज्जवल पक्ष की ओर देखें तो उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय में एक धार्मिक परम्परावादी को नियुक्त कर ईसाई प्रचारक और धर्मांतरणवादियों को खुश किया है, साथ ही ऐसे आदेश दिए हैं जिससे इस वर्ग के लोग खुश हैं|
हम यह जानने को उत्सुक हैं कि परम्परावादी इतिहासकार ट्रम्प की शुरुआत को कैसे देखते हैं| [ लैरी स्क्यूईकार्ट, डेनियल पाइप्स , विक्टर डेविस हैनसन , पाल गोत्फ्रीड, ब्राड बर्ज़र और राबर्ट मेरी ने हमें जो बतया वह निम्नलिखित है]
डोनाल्ड ट्रम्प राष्ट्रपति प्रत्याशी ट्रम्प से शायद ही भिन्न है : एक गपोडिये और लफ्फाज जिन्हें कि क़ानून और चलन तोड़ने में कोई परेशानी नहीं होती , अपने इस कार्य से वे अपने प्रशंसकों को उल्लसित करते हैं और शेष विश्व को आक्रोशित , कई बार ये निर्णय सही होते हैं परन्तु अधिकतर ये निष्प्रभावी और गैर पेशेवर सिद्ध होते हैं| सबसे बड़ा प्रश्न है कि क्या वे अपनी भूलों से सबक लेंगे और कहीं अधिक पारंपरिक , आदरणीय और बुद्धिमान राष्ट्रपति सिद्ध होंगे या फिर इसी लय में पूरे चार वर्षों तक रहेंगे | मैं इस मामले में पूरी तरह निराशावादी हूँ | वैसे यदि वे इसी प्रकार अराजकतावादी बने रहे और कांग्रेस के रिपब्लिकन सदस्य उनसे ऊब गए तो हमारे राष्ट्रपति पेंस होंगे|
मेरे क्षेत्र मध्य पूर्व में , नए प्रशासन ने ट्रम्प के चुनाव अभियान के संकल्प की पूरी तरह उपेक्षा की है जैसे कि ईरान डील, दूतावास को जेरूसलम ले जाना और सीरिया के गृह युद्ध से स्वयं को अलग रखना | इसके चलते उनके भविष्य में उठाये जाने वाले कदमों की भविष्यवाणी कर पाना अत्यंत कठिन है|